By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 17, 2019
म्यूनिख। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने चीन के बढ़ते मिसाइल शस्त्रागार और अमेरिका-रूस के बीच हुए प्रमुख हथियार संधि के निलंबन पर चिंता जाहिर करते हुए शनिवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय निरस्त्रीकरण के प्रयासों में चीन को भी शामिल किया जाना चाहिए। मर्केल ने कहा, “निरस्त्रीकरण ऐसा मुद्दा है जो हम सभी के लिए चिंता का विषय है और हम निश्चित तौर पर इस बात से खुश होंगे कि यह बातचीत अमेरिका, यूरोप एवं रूस के बीच ही नहीं बल्कि चीन के साथ भी होनी चाहिए।”
रूस के 9एम729 मिसाइल की तैनाती के जवाब में अमेरिका ने इस महीने की शुरुआत में खुद को शीत युद्ध मिसाइल नियंत्रण के ऐतिहासिक समझौते -इंटरमीडिएट रेंज न्यूक्लियर फोर्सेज (आईएनएफ) संधि से अलग कर लिया था जिसके बाद रूस भी इससे अलग होने की घोषणा की थी।
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सामरिक अध्ययन संस्थान की नयी रिपोर्ट के मुताबिक चीन के बैलिस्टिक एवं क्रूज मिसाइल वाला 95 प्रतिशत शस्त्रागार आईएनएफ का उल्लंघन होता अगर चीन इसमेंएक पक्ष होता। जर्मनी अगले महीने बर्लिन में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन कर रहा है जो शीतयुद्ध युग में लाए गए हथियार नियंत्रण कार्यक्रम की जगह नये तरह का एक कार्यक्रम लाने पर आधारित होगा।