By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 17, 2020
वाशिंगटन। जर्मनी में अमेरिकी राजदूत ने रविवार को कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि चीन की प्रौद्योगिकी कंपनी हुवावे के साथ संबंध रखने वाले देशों के साथ अमेरिका गोपनीय जानकारियां साझा करना बंद कर देगा।
वाशिंगटन दुनिया की सबसे बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों में से एक हुवावे द्वारा लाए जाने वाले अगली पीढ़ी के 5जी मोबाइल डेटा नेटवर्क पर प्रतिबंध लगाने के लिए सहयोगियों पर दबाव बना रहा है। अमेरिका का कहना है कि यह सुरक्षा के लिए खतरा है।
राजदूत रिचर्ड ग्रेनेल ने कहा कि ट्रंप ने उन्हें निर्देश दिया है कि ‘‘मैं यह स्पष्ट कर दूं कि यदि कोई देश बेईमान 5जी विक्रेता को चुनेगा तो उससे उच्चतम स्तर पर हमारी खुफिया सूचनाएं एवं जानकारियां साझा करने की क्षमता खतरे में पड़ जाएगी।’’
ग्रेनेल ने ट्विटर पर कहा कि राष्ट्रपति ने अपने विशेष विमान एयरफोर्स वन से रविवार को उन्हें यह संदेश भेजा।
यूरोप में अमेरिका के प्रमुख सहयोगी खासकर ब्रिटेन और फ्रांस ने कहा है कि वे हुवावे के 5जी नेटवर्क बनाने पर प्रतिबंध नहीं लगाएंगे लेकिन उस पर कुछ पाबंदियां जरूर लगाएंगे।
इसे भी पढ़ें: 5जी परीक्षण: हुवावेई ने अवसर देने के लिए भारत का आभार जताया
सार्वजनिक रूप से तो अमेरिका ने इस बारे में संयमित प्रतिक्रिया दी है लेकिन ट्रंप कथित तौर पर लंदन से बेहद नाराज हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने शनिवार को म्यूनिख में सुरक्षा सम्मेलन में कहा था कि हुवावे चीन की खुफिया एजेंसियों के लिए ट्रोजन हॉर्स है। हालांकि हुवावे ने इन आरोपों से स्पष्ट रूप से इनकार किया है।