By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 07, 2017
वाशिंगटन। दो भारतीय अमेरिकी सांसदों ने स्पेलिंग बी प्रतियोगिता की भारतीय अमेरिकी विजेता अनन्या विनय को संस्कृत भाषा के प्रयोग का आदी मानकर कथित रूप से ‘‘बेगाना बताने’’ को लेकर सीएनएन एंकर की निंदा की है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को हिंदू धर्म एवं भारत के बारे में जानने की आवश्यकता है। कैलिफोर्निया निवासी अनन्या ने प्रतिष्ठित स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी प्रतियोगिता पिछले सप्ताह जीती थी जिसके बाद सीएनएन के एंकरों एलिसिन कैमेरोटा एवं क्रिस कुओमो ने उसका साक्षात्कार लिया था।
साक्षात्कार के अंत में एलिसिन ने अनन्या से पूछा कि वह ‘कोवफेफे’ शब्द की स्पेलिंग बताएं। इस शब्द को हाल में डोनाल्ड ट्रंप ने एक ट्वीट में इस्तेमाल किया था। अनन्या ने इसकी स्पेलिंग ‘कोफेफे’ बताई। एलिसिन ने फिर अनन्या को बताया कि सही स्पेलिंग ‘कोवफेफे’ है और कहा, ‘‘यह निरर्थक शब्द है। हमें यह नहीं पता कि इसका मूल वास्तव में संस्कृत है जो शायद आप प्रयोग करने की आदी होंगी। मुझे नहीं पता। खैर।’’
इसके बाद से इस बयान को लेकर एलिसिन की सोशल मीडिया पर निंदा हो रही है। कांग्रेस के भारतीय अमेरिकी सदस्य राजा कृष्णमूर्ति ने कहा, ‘‘यह निराशाजनक है कि जिस एक वर्ग को अनन्या को उसकी उपलब्धियों पर सम्मानित करना चाहिए था, वह उसे एवं भारतीय अमेरिकियों को बेगाना बता रहा है।’’ कांग्रेस की हिंदू सदस्य तुलसी गबार्ड ने कहा, ‘‘अमेरिका और सीएनएन के लिए यह आवश्यक है कि वे हिंदू धर्म एवं भारत के बारे में जानें।’’ जानी मानी पत्रकार इंदिरा लक्ष्मणन कहा, ‘‘सीएनएन को शर्म आनी चाहिए: एंकर ने यह मान लिया कि अमेरिकी स्पेलिंग बी विजेता संस्कृत ‘‘इस्तेमाल करने की आदी’’ होगी।