By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 07, 2019
इस्लामाबाद। अमेरिका के एक उच्चस्तरीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने भारत द्वारा जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किये जाने के बाद जमीनी स्तर पर हालात का पता लगाने और लोगों की भावनाओं को जानने के लिये रविवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) का दौरा किया। इस प्रतिनिधिमंडल में सीनेटर क्रिस वान होलेन और मैगी हसन के साथ ही अमेरिकी उप राजदूत पाल जोंस शामिल थे। उन्होंने पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद का दौरा किया।
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पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने कहा कि इस दौरे का उद्देश्य भारत द्वारा पांच अगस्त को लिये गए फैसले के बाद जमीनी स्थिति देखना और जनता की भावनाओं को समझना था। भारत सरकार ने पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को रद्द कर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेश में विभाजित करने का फैसला किया था जिसके बाद से कश्मीर में सामान्य जनजीवन प्रभावित है।
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भारत के इस फैसले का पाकिस्तान विरोध कर रहा है और इस मामले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने की कोशिश कर रहा है। विदेश विभाग ने कहा कि अमेरिकी सीनेटर ने कहा कि वे मानवाधिकार की चिंताओं को साझा करते हैं और भारत से यह अनुरोध जारी रखेंगे कि वह इस दिशा में पहले कदम के तहत कर्फ्यू हटा ले और सभी कैदियों को रिहा करे। उन्होंने इस विवाद के समाधान में जुटे रहने के अपने संकल्प को भी दोहराया। प्रतिनिधिमंडल ने पाक अधिकृत कश्मीर के नेता सरदार मसूद खान और राजा फारूक हैदर से भी मुलाकात की।