By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 19, 2024
नयी दिल्ली। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा के ‘टॉपर’ आदित्य श्रीवास्तव ने आयोग की प्रतिष्ठित परीक्षा में 54.27 प्रतिशत अंक हासिल किये। यूपीएससी द्वारा शुक्रवार को जारी सफल उम्मीदवारों की विस्तृत अंक सूची से यह जानकारी मिली। परीक्षा में दूसरे स्थान पर अनिमेष प्रधान रहे, जिन्होंने सिविल सेवा परीक्षा 2023 में 52.69 प्रतिशत अंक हासिल किए। परीक्षा में 1,016 उम्मीदवार उत्तीर्ण हुए हैं, जिसके परिणाम मंगलवार को घोषित किए गए। इनमें 664 पुरुष और 352 महिलाएं हैं।
भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) समेत विभिन्न सेवाओं के लिए अधिकारियों का चयन करने के वास्ते सिविल सेवा परीक्षा हर साल यूपीएससी द्वारा तीन चरण- प्रारंभिक, मुख्य और व्यक्तित्व परीक्षण (या साक्षात्कार) में आयोजित की जाती है। प्रारंभिक परीक्षा में 400 अंकों के वस्तुनिष्ठ प्रकार (बहुविकल्पीय) के दो प्रश्न पत्र होते हैं। मुख्य परीक्षा के लिए योग्य घोषित किए गए उम्मीदवारों द्वारा प्रारंभिक परीक्षा में प्राप्त अंकों को उनकी योग्यता के अंतिम क्रम को निर्धारित करने के लिए नहीं गिना जाता है।
योग्यता कुल 2,025 अंकों में से निर्धारित की जाती है। लिखित या मुख्य परीक्षा 1,750 अंकों की होती है और साक्षात्कार 275 अंकों का होता है। यूपीएससी द्वारा अनुशंसित उम्मीदवारों के अंकों के अनुसार, श्रीवास्तव (27) को कुल 1,099 अंक मिले। उन्हें लिखित में 899 और व्यक्तित्व परीक्षण में 200 अंक मिले। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के प्रशिक्षु अधिकारी श्रीवास्तव उत्तर प्रदेश में लखनऊ के निवासी हैं। श्रीवास्तव ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक पूरा किया और उनके पास एमटेक की डिग्री भी है।
सिविल सेवा परीक्षा में उनका वैकल्पिक विषय इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग था। ओडिशा में अंगुल जिले के तालचर शहर के निवासी अनिमेष प्रधान (24) ने 1,067 अंक हासिल किए और दूसरी रैंक हासिल की। उन्हें लिखित में 892 और साक्षात्कार में 175 अंक मिले। प्रधान ने परीक्षा में वैकल्पिक विषय के रूप में समाजशास्त्र को चुना था। प्रधान ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) राउरकेला से कंप्यूटर विज्ञान में बीटेक पूरा किया और वर्तमान में यहां इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) के रिफाइनरी डिवीजन में पदस्थ हैं।
डी अनन्या रेड्डी परीक्षा में तीसरे स्थान पर रहीं। वह आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) की उम्मीदवार के रूप में परीक्षा में शामिल हुईं। रेड्डी को 1,065 अंक (52.59 प्रतिशत) मिले। उन्हें मुख्य परीक्षा में 875 और साक्षात्कार में 190 अंक मिले। परीक्षा में चौथे स्थान पर रहे पी के सिद्धार्थ रामकुमार ने 1,059 अंक (52.29 प्रतिशत) हासिल किए। उन्होंने लिखित में 874 और साक्षात्कार में 185 अंक हासिल किए। दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस से भूगोल में बीए (ऑनर्स) करने वालीं रेड्डी (22) ने वैकल्पिक विषय के रूप में मानव विज्ञान रखा था। वह तेलंगाना के महबूबनगर की रहने वाली हैं।
रामकुमार (27) के पास त्रिवेन्द्रम के कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर से आर्किटेक्चर में स्नातक की डिग्री है। रुहानी कुल 1,049 अंकों (51.8 प्रतिशत) के साथ पांचवें स्थान पर रहीं। उन्हें लिखित में 856 और साक्षात्कार में 193 अंक मिले। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से अर्थशास्त्र में बीए (ऑनर्स) की पढ़ाई पूरी की। यूपीएससी ने सभी 1,016 उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त अंकों का विवरण अपनी वेबसाइट पर डाल दिया है। सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा पिछले साल 28 मई को आयोजित की गई थी। सितंबर में आयोजित लिखित (मुख्य) परीक्षा के लिए 14,624 उम्मीदवार सफल हुए। यूपीएससी ने कहा कि व्यक्तित्व परीक्षण के लिए कुल 2,855 उम्मीदवार उत्तीर्ण हुए थे।