लखनऊ। दिल्ली में माननीय सांसदों ने दोनों सदन नहीं चलने दिए थे तो उत्तर प्रदेश में माननीय विधायकों के चलते उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र के पहले ही दिन हंगामेदार महौल रहा। समाजवादी पार्टी तथा कांग्रेस का विधान भवन के बाहर तथा अंदर जर्बदस्त तरीके से हंगामा देखने को मिला। विधान परिषद में समाजवादी पार्टी के सदस्य तो हंगामें के लिए इतने उतवाले थे कि वह शोक प्रस्ताव के दौरान ही वेल में आ गए और हंगामा करने लगे।
शोरशराबे के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक प्रस्ताव रखा। तत्पश्चात दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद भारी हंगामें और शोरशराबे के चलते सदन की कार्यवाही मंगलवार 24 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी गई। आज विधान सभा की कार्यवाही शुरू होते ही समाजवादी पार्टी के विधायकों तथा विधान परिषद सदस्यों ने विरोध शुरू कर दिया। इनका विरोध प्रदर्शन सदन को कल तक के लिए स्थगित करने की घोषणा तक जारी रहा। सपा के नेताओं ने शोक सभा के दौरान भी वेल में आकर पोस्टर लहराया।
विधान परिषद में शोर शराबे के बीच कार्यवाई स्थगित की गई। मानसून सत्र के पहले दिन की कार्यवाही स्थगित करने में कामयाबी हासिल करने के पश्चात समाजवादी पार्टी के विधायक तथा विधान परिषद सदस्य विधान भवन के बाहर सड़क पर प्रदर्शन करने लगे। इससे पूर्व मानसून सत्र के पहले दिन महंगाई और बेरोजगारी का विरोध करते हुए समाजवादी पार्टी के विधायक बैलगाड़ी से विधान भवन पहुंचे। सपा विधायकों ने सरकार विरोधी नारे लगाए। समाजवादी विधायक एक हाथ में राष्ट्रध्वज और दूसेर में समाजवादी पार्टी का झंडा लिए बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी का विरोध कर रहे थे।