By अंकित सिंह | May 05, 2022
महाराष्ट्र में इस वक्त लाउडस्पीकर को लेकर विवाद खूब हो रहा है। लाउडस्पीकर की विवाद की शुरुआत महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने की थी। इसके बाद से उद्धव ठाकरे सरकार के खिलाफ वह लगातार हमलावर हैं इन सब इन सबके बीच राज ठाकरे 5 जून को अपने परिवार के साथ अयोध्या पहुंचने वाले हैं। माना जा रहा है कि राज ठाकरे अपने हिंदुत्व की राजनीति को और धार देने की कोशिश करेंगे। हालांकि. राज ठाकरे के दौरे को लेकर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। राज ठाकरे के अयोध्या दौरे का विरोध भाजपा के एक सांसद ने किया है। भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने ऐलान कर दिया है कि जब तक राज ठाकरे उत्तर भारतीयों से माफी नहीं मांगेंगे तब तक अयोध्या में उन्हें नहीं घुसने देंगे।
भाजपा सांसद ने दावा किया कि राम मंदिर आन्दोलन से लेकर मंदिर निर्माण तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिन्दू परिषद और आमजन की ही भूमिका रही है। ठाकरे परिवार का इससे कोई लेना देना नहीं है। कुछ दिन पहले राज ठाकरे ने ऐलान किया था कि वह भगवान राम के दर्शन करने के लिए पांच जून को अयोध्या जाएंगे। अयोध्या जाने के मकसद के बारे में पूछे जाने पर ठाकरे ने कहा था कि वह लंबे वक्त से कहीं बाहर नहीं गए हैं। ठाकरे ने कहा था कि राम मंदिर के लिए कितने कारसेवकों ने अपनी जान गंवाई। उच्चतम न्यायालय और केंद्र सरकार की वजह से वहां राम मंदिर की स्थापना हो रही है। इसलिए मैं वहां (निर्माण के) शुरुआती चरण में जाना चाहता हूं। बाद में, एक बार मंदिर तैयार हो जाने के बाद हर कोई इसे फिर से देखने जाएगा।