By अनुराग गुप्ता | Aug 07, 2020
नयी दिल्ली। देश में जब से मोदी सरकार सत्ता में आई उसके बाद से यूपी के भाजपा नेताओं के राज्यपाल बनने का सिलसिला शुरू हो गया जो बदस्तूर जारी है। हाल ही में मोदी सरकार ने गाजीपुर के मनोज सिन्हा को जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल पद पर नियुक्त किया। यह नियुक्ति जी सी मुर्मू द्वारा उप राज्यपाल पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद हुई। बता दें कि सरकार ने जी सी मुर्मू को कैग नियुक्त किया है।
वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वालों में उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्या, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, गोवा के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, बिहार के राज्यपाल फागू चौहान, अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान शामिल हैं।
राज्यस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके है और पश्चिम बंगाल में केशरी नाथ त्रिपाठी राज्यपाल पद से रिटायर हो चुके हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के ताल्लुक रखने वालों में मध्य प्रदेश के गवर्नर लालजी टंडन हैं। जिनका हाल ही में निधन हो गया है।
गुजरात के राज्यपाल ओपी कोहली के ताल्लुक भी उत्तर प्रदेश से ही हैं। क्योंकि उनका निवास स्थान उत्तर प्रदेश का नोएडा बताया जाता है। हालांकि, ओपी कोहली साल 1999-2000 तक दिल्ली की भाजपा इकाई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं और उनकी शिक्षा भी दिल्ली से ही हुई है।
UP से हैं मौजूदा राष्ट्रपति
अगर उत्तर प्रदेश को छोड़ दिया जाए तो शायद भारतीय राजनीति अधूरी रह जाएगी। क्योंकि उत्तर प्रदेश ही एकलौता राज्य है जिनसे भूतकाल में एक से एक दिग्गज नेताओं को प्रधानमंत्री पद तक पहुंचाया और वर्तमान में हम उत्तर प्रदेश के ही दिग्गज नेताओं की बात कर रहे हैं जिनको मोदी सरकार में राज्यपाल पद प्राप्त हुआ। हालांकि, सबसे बड़ा पद यानी की भारत के राष्ट्रपति का पद। इस पद पर भी उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात से ताल्लुक रखने वाले रामनाथ कोविंद विराजमान हैं।