By नीरज कुमार दुबे | Jan 09, 2024
22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए देश-विदेश में हिंदुओं का उत्साह देखते ही बन रहा है। जहां देश में लोग अपने अपने ढंग से 22 जनवरी को दीवाली मनाने की तैयारी कर रहे हैं वहीं विदेशों में भी रामभक्त कार रैलियां करके या मंदिरों में उत्सव आयोजित करके अपनी खुशी का इजहार कर रहे हैं। इस बीच, राम मंदिर को लेकर राजनीति भी जारी है। जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रियों को निर्देश दिया है कि किसी भी नकारात्मक बयानबाजी से बचें तो वहीं दूसरी ओर विपक्षी इंडी गठबंधन के नेता राम मंदिर को लेकर लगातार अनर्गल बयान दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी का अयोध्या दौरा
लेकिन इन सबसे इतर अयोध्या नगरी 22 जनवरी के कार्यक्रम के लिए सज-धज कर तैयार हो रही है। तैयारियों का जायजा लेने खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुँचे। नए साल में रामनगरी की पहली यात्रा पर आए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला एवं हनुमानगढ़ी के दर्शन-पूजन किए। योगी आदित्यनाथ सबसे पहले हनुमानगढ़ी गए और वहां दर्शन-पूजन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री रामलला के दरबार में गए और वहां शीश नवाया। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों के सुखी-स्वस्थ जीवन की प्रार्थना की। हम आपको बता दें कि इसके पहले मुख्यमंत्री ने 29 दिसंबर को अयोध्या में पूजा-अर्चना की थी। नए साल में योगी आदित्यनाथ ने रामनगरी की यात्रा के दौरान विकास से जुड़ी योजनाओं-परियोजनाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने राममंदिर से जुड़े कार्यों का अवलोकन भी किया। उन्होंने अयोध्या नगर निगम की ओर से बनाई गयी टैंट सिटी का भी जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने टैंट सिटी पहुँच कर वहां की सभी व्यवस्थाएं देखीं और साफ-सफाई, गर्म पानी और भोजन आदि की व्यवस्थाओं का अवलोकन करने के बाद उनकी सराहना की। मुख्यमंत्री के दौरे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत राजू दास ने बताया कि योगी ने अयोध्या के विकास कार्यों का पूरा जायजा लिया। हम आपको यह भी बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने के लिए जो साधु संत या पुजारीगण आ रहे हैं। उनके ठहरने की भी उचित व्यवस्था की गयी है।
अमेरिका में भी रामभक्तों का उत्साह चरम पर
वहीं विदेशों में रामभक्तों के उत्साह की बात करें तो आपको बता दें कि हिंदू अमेरिकी समुदाय के सदस्यों ने ह्यूस्टन में एक विशाल कार रैली निकाली। यह रैली भजन और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते हुए रास्ते में 11 मंदिरों में भी रुकी। विश्व हिंदू परिषद ऑफ अमेरिका (वीएचपीए) ने मंदिर के पदाधिकारियों को 22 जनवरी को अयोध्या में आयोजित होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए औपचारिक निमंत्रण भी दिया। भारत और अमेरिका के झंडे और राम मंदिर की छवि वाले भगवा बैनर लिये 500 से अधिक लोगों ने 216 कारों की लगभग पांच किलोमीटर लंबी कतार के साथ रैली निकाली। इस दौरान अपनी मोटरसाइकिल पर आठ पुलिसकर्मी भी रैली के साथ-साथ मौजूद रहे। ह्यूस्टन के समाज सेवी जुगल मालानी ने श्री मीनाक्षी मंदिर से रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और दोपहर बाद रिचमंड के श्री शरद अंबा मंदिर पहुंचने के बाद इसका समापन हुआ। ह्यूस्टन के व्यस्त मार्गों से होते हुये रैली ने लगभग 160 किलोमीटर की दूरी तय की और छह घंटे की रैली के दौरान करीब 11 मंदिरों पर भी रुकी। मंदिरों में लगभग दो हजार श्रद्धालु इक्ट्ठा हुये, जिनमें युवा और बुजुर्ग दोनों शामिल रहे। इस दौरान कई श्रद्धालुओं की आंखें नम दिखीं। मंदिरों में भजनों के साथ जुलूस का स्वागत किया गया। वीएचपीए ने कहा, ‘‘विभिन्न मंदिरों में इक्ट्ठा हुए 2,500 से अधिक श्रद्धालुओं द्वारा कार रैली प्रतिभागियों के प्रति दिखाई गई भक्ति और प्रेम अभिभूत करने वाला था। भगवान श्री राम ह्यूस्टन वासियों के हृदय में निवास करते हैं।’’
हम आपको यह भी बता दें कि अमेरिका में रह रहे भारतवंशी भी अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में रामलला प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को मनाने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी कर रहे हैं। इसी कड़ी में हिंदुओं का समूह ‘कैलिफ़ोर्निया इंडियंस’ 20 जनवरी को ‘भगवान श्री राम जी की घर वापसी’ का जश्न मनाने के लिए एक विशेष कार रैली का आयोजन कर रहा है। आयोजकों ने कहा कि 400 से अधिक कारें रैली में शामिल होंगी, जिसके साउथ बे से प्रतिष्ठित गोल्डन गेट ब्रिज तक जाने की उम्मीद है। आयोजकों ने कहा कि ‘‘उत्तरी कैलिफोर्निया के भारतीय भारत के आधुनिक इतिहास के सबसे बड़े और गौरवपूर्ण कार्यक्रम का जश्न मनाने के लिए एक साथ आ रहे हैं।’’ पूरे अमेरिका में स्थानीय मंदिर और प्रवासी संगठनों ने 22 जनवरी तक विशेष उत्सव आयोजित करने की योजना बनाई है। आयोजकों ने कहा, ‘‘हम अयोध्या नहीं जा सकते लेकिन राम जी हमारे दिल में हैं और उनकी घर वापसी में यही हमारा योगदान और भक्ति है।’’ हम आपको बता दें कि पिछले कई हफ्तों से वाशिंगटन, शिकागो और अन्य अमेरिकी शहरों में कार रैलियां आयोजित की जा रही हैं।