By नीरज कुमार दुबे | Mar 08, 2022
उत्तर प्रदेश में सात चरणों का मतदान संपन्न हो चुका है ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वास्तव में उत्तर प्रदेश भाजपा के हाथ से खिसक रहा है? क्या वास्तव में मोदी मैजिक काम नहीं कर पाया? क्या मोदी-योगी की जोड़ी कोई कमाल नहीं दिखा पाई? क्या वाकई इस चुनावी दौड़ में बुलडोजर से आगे निकल गई साइकिल? आपके मन में उठ रहे इन्हीं सब प्रश्नों के उत्तर देने के लिए प्रभासाक्षी ने चुनावों के समय दो महीने तक उत्तर प्रदेश के कोने-कोने में जाकर लोगों के विचार जाने, उनके मुद्दों को समझा, राजनीतिक दलों की ओर से हर चरण में बदली जा रही चुनावी रणनीति का विश्लेषण किया और मतदान वाले दिन भी मतदाताओं के मन को जाना और फिर जाकर तैयार किया सबसे सटीक एक्जिट पोल।
प्रभासाक्षी के एक्जिट पोल के नतीजों पर आगे बढ़ते हुए सबसे पहले हर चरण के अनुमानित नतीजों की बात करते हैं। पहले चरण की बात करें तो इसमें 58 सीटों पर चुनाव हुए थे जिसमें से हमारे एक्जिट पोल के मुताबिक भाजपा और उनके सहयोगी दलों को 40, समाजवादी पार्टी गठबंधन को 16 और बसपा को दो सीटें मिलने का अनुमान है।
दूसरे चरण में 55 सीटों पर चुनाव हुए थे जिसमें से हमारे एक्जिट पोल के मुताबिक भाजपा और उनके सहयोगी दलों को 24, समाजवादी पार्टी गठबंधन को 26, बसपा को 3 और अन्य को दो सीटें मिलने का अनुमान है।
तीसरे चरण की बात करें तो इसमें 59 सीटों पर चुनाव हुए थे जिसमें से हमारे एक्जिट पोल के मुताबिक भाजपा और उनके सहयोगी दलों को 32, समाजवादी पार्टी गठबंधन को 26 और बसपा को 1 सीटें मिलने का अनुमान है।
चौथे चरण की बात करें तो इसमें भी 59 सीटों पर चुनाव हुए थे जिसमें से हमारे एक्जिट पोल के मुताबिक भाजपा और उनके सहयोगी दलों को 34, समाजवादी पार्टी गठबंधन को 18, बसपा को 4, कांग्रेस को 1 और अन्य को दो सीटें मिलने का अनुमान है।
पांचवें चरण के बात करें तो इसमें 61 सीटों पर चुनाव हुए थे जिसमें से हमारे एक्जिट पोल के मुताबिक भाजपा और उनके सहयोगी दलों को 41, समाजवादी पार्टी गठबंधन को 17, बसपा को दो और कांग्रेस को 1 सीट मिलने का अनुमान है।
छठे चरण की बात करें तो इसमें 57 सीटों पर चुनाव हुए थे जिसमें से हमारे एक्जिट पोल के मुताबिक भाजपा और उनके सहयोगी दलों को 30, समाजवादी पार्टी गठबंधन को 22, बसपा को 4 और अन्य को 1 सीट मिलने का अनुमान है।
सातवें चरण की बात करें तो इसमें 54 सीटों पर चुनाव हुए थे जिसमें से हमारे एक्जिट पोल के मुताबिक भाजपा और उनके सहयोगी दलों को 25, समाजवादी पार्टी गठबंधन को 20, बसपा को 4, कांग्रेस को 1 तथा अन्य को चार सीटें मिलने का अनुमान है।
सभी चरणों में सभी दलों को मिली सीटों के जोड़ पर नजर डालें तो प्रभासाक्षी के एक्जिट पोल के मुताबिक उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में कुल 403 सीटों पर हुए चुनावों में से भाजपा और उसके सहयोगी दलों को 226 सीटें, समाजवादी पार्टी गठबंधन को 145 सीटें, बसपा को 20, कांग्रेस को 3 और अन्य को 9 सीटें मिलने का अनुमान है। इस प्रकार बुलडोजर बाबा यानि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सत्ता में वापसी करने जा रहे हैं। यदि यह एक्जिट पोल वास्तविक चुनाव परिणाम में बदलते हैं तो यकीनन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक नया इतिहास रचने जा रहे हैं क्योंकि उत्तर प्रदेश में लगभग 35 वर्षों बाद कोई मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी करेगा। तो इस तरह निष्कर्ष के रूप में कहा जा सकता है कि साइकिल पर बुलडोजर भारी पड़ा है।