By अभिनय आकाश | Jul 11, 2021
लखनऊ एटीएस के काकोरी में आज के ऑपरेशन पर उत्तर प्रदेश के एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि आज उत्तर प्रदेश के एटीएस ने बड़े मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। एटीएस की टीम ने अलकायदा समर्थित अंसार गजवा-तुल-हिंद से जुड़े दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है। उन्होंने बताया कि 3 सितंबर 2014 में तत्कालीन अलकायदा चीफ अलजवाहिरी द्वारा अनाउंस किया गया था। तब इसका मुखिया मौलाना असीम उमर था, जोकि उत्तर प्रदेश के संभल से था। प्रशांत कुमार ने बताया कि अमेरिका और अफगान ऑपरेशन में 23 सितंबर 2019 को उसकी मौत हुई। उन्होंने कहा, "उसकी मौत के बाद से अलकायदा का उत्तर प्रदेश मॉड्यूल उमर हलमुंडी नाम के शख्स द्वारा चलाया जा रहा था।
अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े आंतकियों का पाकिस्तान कनेक्शन
एटीएस ने दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है जिसमें एक व्यक्ति को काकोरी थाने से और दूसरे को मड़ियाहूं थाने से गिरफ्तार किया गया। ये और इनके साथियों द्वारा 15 अगस्त से पहले लखनऊ या उसके आसपास के भीड़-भाड़ इलाके में विस्फोट करने की मंशा थी। एडीजी ने कहा कि अलकायदा के अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े दो आतंकवादियों (मिन्हाज अहमद और मसीरुद्दीन) को गिरफ्तार किया है। संदिग्ध आतंकियों के पास से विस्फोटक और असलहे बरामद किए गए हैं। दोनों आतंकियों के पाकिस्तान से भी कनेक्शन हैं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के काकोरी में आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की बड़ी कार्रवाई देखने को मिली। जब यूपी पुलिस और एटीएस स्कॉड ने एक घर को घेर लिया। एक घर में पुलिस और एटीएस को आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। दो संदिग्ध को एटीएस ने पकड़ा है। दोनों संदिग्धों के आतंकी होने का शक जताया गया जा रहा था और दोनों ही अलकायदा के बताये गए। मीडिया रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया था कि सीएम योगी आदित्यनाथ समेत बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और संगठन महामंत्री सुनील बंसल निशाने पर थे। बता दें कि ये संवेदनशील इलाका है और तकरीबन तीन साल पहले इसी इलाके में सैफुल्लाह का एनकाउंटर हुआ था। 8 मार्च 2017 को करीब 12 घंटे ये मुठभेड़ चल थी। इस ऑपरेशन में संदिग्ध आतंकी सैफुल्लाह को मारा गिराया गया था।