अफगानिस्तान पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव लाने वाला है। भारतीय समय अनुसार राते के साढ़े बारह बजे ये प्रस्ताव लाया जाएगा। प्रस्ताव को लेकर यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में वोटिंग की जाएगी। अफगानिस्तान पर कोई भी सदस्य बयान दे सकता है। प्रस्ताव को वीटो पर रखा जाएगा ताकि यदि यूएनएससी का कोई सदस्य देश स्पष्टीकरण देना चाहता है तो वह बयान दे सकता है। अमेरिका के 20 साल बाद देश छोड़ने के बाद तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान पर यूएनएससी द्वारा यह चौथा दस्तावेज है।
फ्रांस के राष्ट्रपति का कहना है कि आपात बैठक में फ्रांस और ब्रिटेन की ओर से काबुल में संयुक्त राष्ट्र संघ के नेत्तृव में एक सेफ़ ज़ोन बनाने का प्रस्ताव पेश किया जाएगा, ताकि वे लोग जो अफ़ग़ानिस्तान से निकलना चाहते हैं आसानी से निकल सकें। इस बीच तालेबान ने कहा है कि यात्रा संबंधित दस्तावेज़ के साथ विदेशियों और अफ़ग़ानों को 31 अगस्त के बाद भी अफ़ग़ानिस्तान छोड़ने की अनुमति दी जाएगी। तालेबान ने इस संबंध में 100 देशों को आश्वासन दिया है, लेकिन रूस और चीन इस सूची में शामिल नहीं हैं।