Unlock 2 के 16वें दिन सरकार ने कहा- महामारी के खिलाफ लड़ाई जीतने की दिशा में आगे बढ़े

By नीरज कुमार दुबे | Jul 16, 2020

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश में कोरोना वायरस के दो प्रतिशत से भी कम मरीज आईसीयू में भर्ती हैं जबकि उपचाराधीन मरीजों के मुकाबले इस महामारी से ठीक हो चुके लोगों की संख्या 2,81,668 अधिक है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस के कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 9.68 लाख के पार पहुंच गई जबकि इस बीमारी से जान गंवाने वालों का आंकड़ा बढ़कर 24,915 हो गया। वर्धन ने एम्स में राजकुमारी अमृत कौर ओपीडी के नए ब्लॉक के उद्घाटन के अवसर पर यह टिप्पणी की। इस मौके पर स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे भी मौजूद थे। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि कोरोना वायरस के खिलाफ देश के सामूहिक प्रयास का जिक्र करते हुए वर्धन ने कहा, “धीरे-धीरे हम महामारी के खिलाफ लड़ाई जीतने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। कोविड-19 से पीड़ित रोगियों में से दो प्रतिशत से भी कम आईसीयू में भर्ती हैं।” बयान में कहा गया कि प्रयोगशालाओं के नेटवर्क में भी खासी बढ़ोतरी हुई है। जनवरी में जहां एक प्रयोगशाला जांच के काम में लगी थी वहीं अब यह संख्या बढ़कर 1234 हो गई है। राजकुमारी अमृतकौर ओपीडी 6300 वर्गमीटर क्षेत्र में बनी देश की सबसे बड़ी ओपीडी है। नए ब्लॉक में एक स्मार्ट प्रयोगशाला भी है जिसे तैयार करने में 15 करोड़ रुपये की लागत आई है।


अभी जल्दबाजी न करें


हाल के कुछ अध्ययनों में कहा गया है कि कोविड-19 से स्वस्थ हो चुके लोगों में कुछ ही महीने के लिए एंटीबॉडी विकसित होते हैं जिससे संकेत मिलता है कि लंबे समय तक प्रतिरोधक क्षमता पैदा होना मुश्किल है, लेकिन कई वैज्ञानिकों ने इस बारे में संशय को दूर करने का प्रयास करते हुए कहा कि यह कहना जल्दबाजी होगी कि ऐसे लोगों को फिर से संक्रमण हो सकता है। इस तरह के सवालों के बीच वैज्ञानिकों ने कहा कि प्रतिरक्षा प्रणाली की कुछ विशेष कोशिकाएं महामारी से संरक्षण प्रदान कर सकती हैं। पुणे स्थित भारतीय विज्ञान, शिक्षा और अनुसंधान संस्थान की प्रतिरक्षा विज्ञानी विनीता बल ने कहा कि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि जिन लोगों में नोवेल कोरोना वायरस से उबरने के बाद उसे रोकने वाले एंटीबॉडी (एनएबीएस) का स्तर कम होता है, उनमें वायरस का संक्रमण पुन: पनपने का जोखिम होता है। उन्होंने एक वीडियो साक्षात्कार में कहा, ‘‘महामारी केवल छह-सात महीने पुरानी है और दोबारा वायरस से संक्रमित होने की खबरें अधिकतर उन लोगों की हैं जो पहली बार जनवरी में संक्रमित हुए थे।’’ विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत विज्ञान में महिलाओं के लिए प्रधानमंत्री के कार्यबल की सदस्य बल ने कहा कि लोगों के पुन: संक्रमित होने की खबरों का यह मतलब नहीं है कि जिनमें एनएबीएस कम हो रहे हैं, उनमें फिर से बीमारी का खतरा है। उन्होंने कहा कि इस बारे में पर्याप्त आंकड़े मिलने में एक साल लग सकता है। अध्ययनों के प्रभाव पर टिप्पणी करते हुए नयी दिल्ली स्थित राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विज्ञान संस्थान के प्रतिरक्षा विज्ञानी सत्यजीत रथ ने एक ईमेल साक्षात्कार में कहा, ‘‘इस बात के भी प्रमाण हैं कि संक्रमित लोगों में वायरस केंद्रित टी कोशिकाएं सक्रिय होती हैं और उनका विस्तार होता है और वे विश्वसनीय तरीके से पुन: संक्रमण से तेजी से उबार सकती हैं।''

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महाराष्ट्र में कोविड-19 के रिकॉर्ड 8,641 नए मामले


महाराष्ट्र में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के एक दिन में सर्वाधिक 8,641 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,84,281 हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। इससे पहले प्रदेश में 11 जुलाई को एक दिन में सबसे ज्यादा 8,139 मामले सामने आए थे। विभाग ने कहा कि बृहस्पतिवार को 266 कोविड-19 मरीजों की मौत के साथ ही प्रदेश में इस बीमारी से जान गंवाने वालों का आंकड़ा बढ़कर 11,194 हो गया है। विभाग के मुताबिक आज 5,527 मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई। इसके साथ ही प्रदेश में इस महामारी से ठीक हो चुके कुल लोगों की सख्या बढ़कर 1,58,140 हो गई। प्रदेश में फिलहाल 1,14,907 कोविड-19 मरीजों का इलाज चल रहा है। विभाग ने बताया कि प्रदेश में अब तक 14,46,386 लोगों की जांच की जा चुकी है।


दिल्ली में संक्रमितों की संख्या 1,18,645


दिल्ली में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस के 1,652 नए मामले आने से संक्रमितों की संख्या 1.18 लाख से ज्यादा हो गयी। शहर में संक्रमण से मृतकों की संख्या 3,545 हो गयी है। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 58 लोगों की मौत हो गयी। यह लगातार छठा दिन है जब 1,000-2000 के बीच कोविड-19 के नए मामले आए हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, वर्तमान में संक्रमण के 17,407 मामले हैं और उससे एक दिन पहले 17,807 मामले थे। राष्ट्रीय राजधानी में 23 जून को संक्रमण के अब तक के सर्वाधिक 3,947 मामले आए थे। बुधवार को दिल्ली में मृतकों की संख्या 3,487 थी। बृहस्पतिवार के बुलेटिन में कहा गया कि संक्रमण से मृतकों की संख्या 3,545 हो गयी है और कुल संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 1,18,645 हो गयी।


उड़ान टिकटों की व्यवस्था करेगी असम सरकार


असम सरकार ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि वह अपने प्लाज्मा बैंक के लिए एक व्यापक अभियान चलाएगी जिसमें दूसरे राज्यों में कोविड-19 से स्वस्थ हो चुके तथा प्लाज्मा दान करना चाह रहे लोगों को राजकीय अतिथि का दर्जा दिया जाएगा तथा उनकी हवाई यात्रा की टिकटों और यहां ठहरने की व्यवस्था की जाएगी। असम के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि दूसरे राज्यों के सही हो चुके संक्रमण के लक्षण वाले कोविड-19 मरीज असम आकर यहां कोरोना वायरस संक्रमित रोगियों के उपचार के लिए प्लाज्मा दान कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम राष्ट्रव्यापी प्रचार अभियान शुरू करेंगे और दूसरे राज्यों के प्लाज्मा दान करना चाह रहे लोगों को राजकीय अतिथि का दर्जा देते हुए उन्हें आने-जाने के लिए हवाई यात्रा की टिकटों तथा ठहरने की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।’’ सरमा ने कहा कि असम में शुरूआत में कोविड-19 के कुछ ही मामले थे और इस समय प्लाज्मा दाताओं की संख्या कम ही है। लेकिन अब संक्रमण के बढ़ते मामलों के बाद अगले महीने प्लाज्मा दाताओं की संख्या बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘हमने अपने प्लाज्मा बैंक अभियान को मजबूत करने का फैसला किया है और कोरोना वायरस संक्रमण से उबर चुके लक्षण वाले सभी लोगों से इस अभियान में शामिल होने की अपील करते हैं।’’ मंत्री ने बताया कि स्वस्थ हो चुके रोगियों को अस्पताल से छुट्टी देते समय एक प्लाज्मा दान कार्ड दिया जाएगा और 28 दिन के बाद वे अधिकारियों से प्लाज्मा दान के लिए संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन अस्पताल से छुट्टी दिये जाने के तीन महीने के अंदर उन्हें ऐसा करना होगा। सरमा ने कहा कि एक व्यक्ति 400 ग्राम प्लाज्मा दान कर सकता है जिसका इस्तेमाल दो कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यहां गोहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्लाज्मा बैंक चल रहा है।


'केवल भगवान ही हमें बचा सकते हैं'


कर्नाटक में कोविड-19 के मामलों में लगातार हो रही वृद्धि के बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बी श्रीरामुलु ने कहा है कि राज्य को केवल भगवान ही बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि महामारी को फैलने से रोकने के लिए जनता का सहयोग आवश्यक है। राज्य सरकार के कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में विफल रहने के कांग्रेस के आरोपों के बाद चित्रदुर्ग में बुधवार को मंत्री ने यह बयान दिया। मंत्री ने बाद में कहा कि मीडिया के एक वर्ग ने उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया। श्रीरामुलु ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, “बताइये यह (महामारी को नियंत्रित करने का) किसका काम है। केवल भगवान ही हमें बचा सकते हैं। लोगों के बीच जागरूकता पैदा करना ही एकमात्र उपाय है। ऐसी स्थिति में, कांग्रेस के नेता राजनीति के सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुके हैं। यह किसी के लिए ठीक नहीं है।” श्रीरामुलु, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के आरोपों का जवाब दे रहे थे जिसमें कहा गया था कि श्रीरामुलु और चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ के सुधाकर के बीच तालमेल न होने से राज्य सरकार कोरोना वायरस को फैलने से रोकने में विफल रही है। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि महामारी देश में तेजी से फैल रही है और अगले दो महीने अत्यधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि महामारी सत्ताधारी दल और विपक्षी दल के सदस्यों में भेदभाव नहीं करती। श्रीरामुलु ने बुधवार को दिए अपने बयान पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि उनका मंतव्य यह था कि जब तक कोविड-19 का टीका नहीं बन जाता तब तक भगवान ही हमारी रक्षा कर सकते हैं। उन्होंने बुधवार देर रात को एक वीडियो संदेश में कहा, “मैंने कहा था कि लोगों के सहयोग के अलावा भगवान को भी हमारी रक्षा करनी चाहिए लेकिन मीडिया के एक वर्ग ने इसका यह अर्थ निकाला कि श्रीरामुलु कोरोना वायरस फैलने को लेकर असहाय हो चुके हैं।” उन्होंने कहा, “यह कहने के पीछे मेरा मंतव्य था कि जब तक टीका नहीं आ जाता, भगवान ही हमें बचा सकते हैं। इसे गलत तरीके से पेश नहीं किया जाना चाहिए।''

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आंध्र प्रदेश में कोविड-19 के 2,593 नए मामले


आंध्र प्रदेश में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 2,593 मामले सामने आए जिसके बाद राज्य में कोविड-19 महामारी के कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 38,044 हो गई। अद्यतन बुलेटिन के अनुसार, पिछले चौबीस घंटे में महामारी से 40 मरीजों की मौत हो गई और 943 अन्य ठीक हुए जिन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। बुलेटिन के अनुसार, राज्य में कोविड-19 से अब तक 492 मरीजों की मौत हो चुकी है और कुल 19,393 मरीज ठीक हो चुके हैं। राज्य में अभी 18,159 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। अब तक आंध्र प्रदेश में 12 लाख 40 हजार लोगों के नमूनों की जांच की जा चुकी है।


गोएयर ने यात्रियों के लिए पृथकवास पैकेज शुरू किया


बजट विमानन कंपनी गोएयर ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए ‘पृथकवास पैकेज’ शुरू किया है। इसके तहत एयरलाइन यात्रियों को पृथकवास की अवधि के लिए चुनिंदा शहरों में सस्ते से लेकर महंगे होटलों में ठहरने के लिए कमरों की पेशकश करेगी। इसके लिए कमरों के किराये 1,400 रुपये से शुरू होंगे। वाडिया प्रवर्तित एयरलाइन ने बयान में कहा कि कोरोना वायरस महामारी के बीच किसी विमानन कंपनी ने पहली बार इस तरह का पैकेज पेश किया। इस पैकेज का लाभ गोएयर होलिडे पैकेज वेबसाइट पर जाकर उठाया जा सकता है। गोएयर ने कहा कि यह पैकेज देश के विभिन्न शहरों में भारत या विदेशों से आने वाले यात्रियों को उपलब्ध होगा। इससे यात्री खुद को चुनिंदा होटलों में पृथकवास में रख सकेंगे। बयान में कहा गया है कि इस पैकेज में कोच्चि, कन्नूर, बेंगलुरु, दिल्ली और अहमदाबाद के बजट और महंगे होटल शामिल हैं। पृथकवास पैकेज के तहत प्रति व्यक्ति एक रात ठहरने का खर्च 19 डॉलर या 1,400 रुपये से 79 डॉलर या 5,900 रुपये होगा।


6.78 लाख से अधिक भारतीय देश लौटे


विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर विदेशों से भारतीयों को लाने के लिये 7 मई से शुरू ‘वंदे भारत मिशन’ के तहत 6.78 लाख से अधिक भारतीय देश लौटे हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने संवाददाताओं से कहा कि वंदे भारत मिशन का चौथा चरण अभी जारी है और 15 से 31 जुलाई के बीच 120 उड़ानों को जोड़ा गया है। उन्होंने कहा, ''इन अतिरिक्त उड़ानों के तहत खाड़ी सहयोग परिषद के देशों, मलेशिया, सिंगापुर, ब्रिटेन, यूरोप, किर्गिस्तान और यूक्रेन से वापस लौटने की मांग को पूरा किया जायेगा।’’ उन्होंने कहा कि इन अतिरिक्त उड़ानों के साथ इस चरण में भारत में 34 हवाई अड्डों से 751 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें हो गई हैं। इसके साथ विभिन्न राज्यों की फीडर उड़ानों को मिला ले तक यह संख्या चौथे चरण में 926 हो जायेगी। इनमें से 180 उड़ानें इंडिगो, गो एयर, स्पाइस जेट जैसे निजी विमान सेवा प्रदाताओं की शामिल हैं। प्रवक्ता ने बताया कि 15 जुलाई तक 6,87,467 भारतीय नागरिक लौटे हैं। 1,01,014 नागरिक जमीन के रास्ते नेपाल, भूटान और बांग्लादेश लौटे। भारतीय नौसेना के जहाजों से मालदीव, श्रीलंका और ईरान लौटने वालों की संख्या 3,789 है। श्रीवास्तव ने कहा कि नागर विमानन मंत्रालय बृहस्पतिवार को घोषणा की कि वे भारत तथा अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस और यूएई के बीच द्विपक्षीय स्तर पर वायु सेवा शुरू करेंगे। इसके तहत दोनों पक्षों को परिभाषित स्थितियों में यात्रियों को लाने की अनुमति मिलेगी।


34 और मौतें, संक्रमण के 2061 नये मामले


उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमित 34 और लोगों की मौत हो गयी। साथ ही संक्रमण के 2061 नये मामले सामने आये। अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बृहस्पतिवार को बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमित 34 और लोगों की मौत हो गयी। इसके साथ ही मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1046 हो गया है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा नौ मौतें कानपुर में हुई हैं। इसके अलावा लखनऊ और प्रयागराज में तीन—तीन, गौतमबुद्ध नगर, वाराणसी, जौनपुर तथा बलिया में दो—दो, आगरा, गाजियाबाद, फिरोजाबाद, मुरादाबाद, बुलंदशहर, आजमगढ़, गोरखपुर, अमरोहा, इटावा, फतेहपुर और मिर्जापुर में एक—एक मरीज की मृत्यु हुई है। कानपुर में भी तक कोविड—19 संक्रमित सबसे ज्यादा 102 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा आगरा में 96 और मेरठ में 93 मरीजों की मृत्यु हुई है। प्रसाद ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में संक्रमण के 2061 नये मामले सामने आये। प्रदेश में अब तक संक्रमण के कुल 43,444 मामले सामने आ चुके हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 26,675 लोग पूर्णतया उपचारित होकर अस्पताल से छुटटी पा चुके हैं जबकि राज्य में संक्रमण के उपचाराधीन मामलों की संख्या 15,723 है। प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में बुधवार को कुल 48, 086 नमूनों की जांच की गयी। इस प्रकार अब तक 13,25,327 नमूनों की जांच की जा चुकी है। पूल टेस्टिंग के माध्यम से बुधवार को पांच पांच सैम्पल के 2443 पूल लगाये गये, जिनमें से 371 पाजिटिव निकले जबकि दस दस सैम्पल के 319 पूल लगाये गये, जिनमें से 46 पाजिटिव पाये गये। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु के माध्यम से जिन लोगों को एलर्ट आये, ऐसे 2,66,785 लोगों को स्वास्थ्य विभाग के नियंत्रण कक्ष या मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से फोन कर हाल चाल लिया गया है। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में कुल 54, 579 कोविड-19 हेल्पडेस्क स्थापित किये जा चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, राजस्व, पुलिस, ग्राम पंचायत, उद्योग विभाग एवं अन्य सरकारी विभागों द्वारा सरकारी कार्यालयों में, अस्पतालों में तथा महत्वपूर्ण व्यापारिक एवं औद्योगिक संस्थानों में कोविड हेल्पडेस्क बनायी गयी है। उन्होंने बताया कि राज्य के जिन शहरों, एनसीआर और अन्य जिन बड़े शहरों में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, उसे लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चिन्ता व्यक्त की है। इस बारे में गहन विचार विमर्श हो रहा है। लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और झांसी के हालात की समीक्षा लगातार की जा रही है कि संक्रमण को कैसे नियंत्रित किया जाए।


बिहार में कोरोना वायरस से अब तक 167 की मौत


बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पिछले 24 घंटे के दौरान 10 और मरीजों की मौत हो जाने से मृतक संख्या बढ़कर 167 हो गई है। वहीं बृहस्पतिवार को इस रोग से अब तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 21558 हो गयी। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिहार में पिछले 24 घंटे के दौरान पटना में चार, मुजफ्फरपुर में दो, भागलपुर, गया, पूर्वी चंपारण एवं पूर्णिया जिले में एक—एक व्यक्ति की मौत के साथ प्रदेश में बृहस्पतिवार को मृतक संख्या बढ़कर 167 हो गयी। बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण से अबतक जिन 167 लोगों की मौत हो चुकी है उनमें से पटना में 27, भागलपुर में 14, दरभंगा एवं गया में 10—10, मुजफ्फरपुर में 08, बेगूसराय, समस्तीपुर, नालंदा एवं पूर्वी चंपारण में 07—07, रोहतास, सारण एवं सिवान में 06—06, मुंगेर एवं पश्चिम चंपारण में 05—05, भोजपुर, खगडिया, नवादा एवं वैशाली में 04—04, जहानाबाद, कैमूर एवं सीतामढ़ी में 03—03, अररिया, औरंगाबाद, किशनगंज, मधुबनी एवं पूर्णिया में 02—02 तथा अरवल, गोपालगंज, जमुई, कटिहार, मधेपुरा, सहरसा एवं शिवहर जिले में 01—01 मरीज की मौत हुई है। बिहार में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 1385 नए मामले प्रकाश में आने के साथ प्रदेश में बृहस्पतिवार को इसके कुल मामले बढ़कर 21558 हो गये। बिहार में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के 1385 जो नए मामले प्रकाश में आए हैं उनमें पटना जिले में सबसे अधिक 378, नालंदा में 93, मुजफ्फरपुर में 68, सिवान में 63, जमुई में 59, भागलपुर में 55, भोजपुर में 54, पश्चिम चंपारण में 53, लखीसराय में 45, गया में 42, सारण में 38, पूर्वी चंपारण में 37, बेगूसराय में 36, मुंगेर में 33, समस्तीपुर में 31, वैशाली में 30, पूर्णियां में 24, जहानाबाद में 23, बक्सर एवं दरभंगा में 22—22, खगडिया में 21, गोपालगंज में 18, सुपौल में 16, अरवल, बांका, नवादा एवं शेखपुरा में 15—15, किशनगंज एवं मधेपुरा में 14—14, कटिहार में 08, कैमूर एवं सहरसा में 07, रोहतास में 06, शिवहर में 05 तथा औरंगाबाद में 02 मामले शामिल हैं। बिहार में पिछले 24 घंटे के भीतर 10245 नमूनों की जांच की गयी और अबतक कोरोना वायरस संक्रमित 14101 मरीज ठीक हो चुके हैं।


नगालैंड में कोविड-19 के 14 नए मामले


नगालैंड में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 14 नए मामले सामने आए जिसके बाद राज्य में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 916 हो गई। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री एस पी फोम ने यह जानकारी दी। राज्य में अब कोविड-19 के 525 मरीज उपचाराधीन हैं और 391 मरीज ठीक हो चुके हैं। फोम ने ट्वीट किया, “286 नमूनों की जांच की गई थी जिनमें से 14 में संक्रमण की पुष्टि हुई। दीमापुर में 12 और कोहिमा में दो की जांच में संक्रमण की पुष्टि हुई।” अधिकारियों ने बताया कि दीमापुर जिले में कोविड-19 के सर्वाधिक 339 मामले सामने आए हैं। इसके अतिरिक्त पेरेन में 236, कोहिमा में 184, मोन में 83, तुएनसांग में 44, फेक में 17, जुन्हेबोटो और मोकोकचुंग में पांच-पांच, लोगलेंग में दो और वोखा में एक मामला सामने आ चुका है।

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जम्मू-कश्मीर में कोविड-19 के 490 नए मामले


जम्मू-कश्मीर में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस के कारण एक ही दिन में सबसे अधिक 16 मौत के मामले सामने आए जबकि संक्रमण के 490 नए मामले सामने आए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 संक्रमित 16 लोगों की मौत हो गई।' उन्होंने बताया कि मौत के सभी मामले कश्मीर घाटी में सामने आए। इन मौत के बाद इस घातक वायरस से अब तक कुल 222 मरीजों की जान जा चुकी है, जिनमें से 204 मामले घाटी से जबकि 18 जम्मू क्षेत्र से हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के 490 नए मामलों के साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या बढकर 12,156 तक पहुंच गई। संक्रमण के 490 नए मामलों में से जम्मू में 62 जबकि कश्मीर घाटी में 428 मामले सामने आए हैं। प्रदेश में फिलहाल 5,488 मरीज उपचाराधीन हैं और 6,446 संक्रमणमुक्त हो चुके हैं।


ब्रिटेन में 6.49 लाख ने गंवाई नौकरी


ब्रिटेन में कोविड-19 की वजह से लागू लॉकडाउन के चलते मार्च से जून के दौरान 6,49,000 लोगों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी है। बृहस्पतिवार को जारी सरकारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। इन आंकड़ों के बाद ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने स्वीकार किया है कि आगे मुश्किल समय है। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार के पास एक वृहद रोजगार योजना है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार कंपनियों के पेरोल से 6,49,000 लोगों का नाम हटा है। हालांकि, यह आंकड़ा ब्रिटेन में बेरोजगारी के आंकड़ों में वृद्धि को नहीं दर्शाता है, क्योंकि बड़ी संख्या में कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को सरकार समर्थित अवकाश या जबरन अवकाश योजना के तहत भेज दिया है। भारतीय मूल के वित्त मंत्री ने ही यह योजना पेश की थी। सुनक ने बृहस्पतिवार को पूर्वी लंदन के एक रोजगार केंद्र की आधिकारिक यात्रा के दौरान कहा, ‘‘हमने पिछले सप्ताह 30 अरब पाउंड की नौकरियों की योजना की घोषणा की थी। यह एक व्यापक योजना है, जो देशभर में संरक्षण, समर्थन देने के अलावा रोजगार सृजन करेगी।’’ उन्होंने कहा कि शुरुआत में यह योजना समाज की युवा आबादी की मदद करेगी, जिनके लिए दीर्घावधि में बेरोजगार होने का जोखिम है। सुनक ने कहा कि यह सभी नई पहल और नया वित्तपोषण है। इससे आगे के मुश्किल समय में मदद मिलेगी। ब्रिटेन में युवा आबादी बेरोजगारी संकट से सबसे अधिक प्रभावित हुई है। इनमें से काफी होटल क्षेत्र में काम कर रहे हैं। ब्रिटेन में 23 मार्च को लॉकडाउन लागू हुआ था। लॉकडाउन के दौरान होटल कारोबार पूरी तरह बंद रहा था।


-नीरज कुमार दुबे

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