संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र ने अपनी एक रिपोर्ट में सेवाओं और डिजिटल क्षेत्र के विकास में सरकारी नीतियों से किस प्रकार से निवेश बढ़ावा दिया जा सकता है इसके बारे में भारत सरकार द्वारा शुरू किये गये स्टार्ट अप कोष की सराहना की है। संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक निवेश रिपोर्ट 2017: निवेश और डिजिटल अर्थव्यवस्था को व्यापार और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन ने गुरुवार को यहां जारी किया। इसमें भारतीय आकांक्षा कोष का जिक्र किया गया है जिसमें कहा गया है कि सरकारी नीतियों के जरिये कई तरह के हस्तक्षेप कर डिजिटल क्षेत्र के विकास और स्थानीय सामग्री तथा सेवाओं में निवेश को सक्रियता के साथ समर्थन दिया जा सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने भारत आकांक्षा कोष बनाया। निजी उद्यम पूंजी कोषों में निवेश के लिये बनाये गये 30.60 करोड़ डालर के इस ‘‘कोषों के कोष’’ को भारतीय उद्यमियों को बढ़ावा देने और नये उद्यमियों के समूह को विस्तार करने के लिये बनाया गया। इसमें कहा गया है कि भारत आकांक्षा कोष जो कि स्टार्ट अप इंडिया पहल का हिस्सा था, इसे वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 30.60 करोड़ डालर (2,000 करोड़ रुपये) के कोष के साथ अगस्त 2015 में शुरू किया ताकि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिये इक्विटी पूंजी को बढ़ाया जा सके।
रिपोर्ट में डिजिटल कंपनियों के वित्तपोषण के लिये दूसरी नई पहलों को बढ़ावा देने के वास्ते नियमों का ढांचा तैयार करने पर भी जोर दिया है ताकि वृद्धि के लिये घरेलू पूंजी बाजार की जो अड़चनें हैं उनसे उबरा जा सके।