By सुयश भट्ट | Nov 12, 2021
भोपाल। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में वैक्सीनेशन को लेकर लगातार पिछड़ रहा है। यही वजह है कि अब जिला प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग तमाम ऐसे उपाय कर रहा है जिस शहर में शत-प्रतिशत टीकाकरण लगाया जा सके। इसको लेकर अब जिला प्रशासन सख्त हो गया है। जिला प्रशासन ने तय किया है कि ऐसे लोग जो बार-बार समझाए इसके बाद भी वैक्सीन का पहला या सेकंड डोज नहीं लगवा रहे हैं। उन्हें पेट्रोल पंप पर पेट्रोल नहीं दिया जाएगा।
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आपको बता दें कि सीधे शब्दों में कहें तो वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट दिखाओ और पेट्रोल भारवाओ का नारा दिया है। ग्वालियर कलेक्टर के निर्देश के बाद मुख्य चिकित्सा एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनीष शर्मा ने अपनी टीम के लोगों को पेट्रोल पंप पर तैनात करने की शुरुआत कर दी है।
जहां 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोग जिन्होंने वैक्सीन का पहला या दूसरा डोज़ नहीं लगवाया है। उनका सर्टिफिकेट चेक किया जाएगा। और तभी पेट्रोल-डीजल दिया जाएगा और जिसको नहीं लगा है उनको नजदीकी अस्पताल में टीकाकरण के लिए भेजा जाएगा। और उसके बाद ही पेट्रोल और डीजल दिया जाएगा।
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गौरतलब है कि खुद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अन्य जिलों के कलेक्टरों के साथ साथ ग्वालियर के कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को भी जल्द से जल्द पहले डोज की तरह दूसरा दूध लगवाने के लिए निर्देश जारी किए हैं। ग्राउंड पर लोग पहला डोज लगाने के बाद सेकंड डोज लगवाने में लापरवाही बरत रहे हैं। हालात यह हो चुके हैं कि पूरे प्रदेश में ग्वालियर जिला लगातार सेकंड डोज को लेकर पिछड़ रहा है।
यही वजह है कि अब जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग कवायद में जुट गया है। इससे जल्द से जल्द सेकंड डोज का आंकड़ा भी पूरा किया जा सके। यही वजह है कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने तय किया है कि शहर के पेट्रोल पंप पर जिन लोगों को ही पेट्रोल दिया जाएगा,जो लोग अपना वैक्सीन सर्टिफिकेट दिखाएंगे।