By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 21, 2024
जयपुर । केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने राजस्थान से राज्यसभा उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल किया। बिट्टू यहां विधानसभा भवन पहुंचे और निर्वाचन अधिकारी महावीर प्रसाद शर्मा के कार्यालय में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस अवसर पर उनके साथ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा और दीया कुमारी तथा संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल भी मौजूद थे। एक सरकारी बयान के अनुसार रवनीत सिंह ने अपने नामांकन पत्र के चार सैट पेश किए।
भाजपा से प्रतिस्थापन उम्मीदवार के रूप में सुनील कोठारी ने भी नामांकन पत्र दाखिल किया है। नामांकन के लिए बुधवार को आखिरी दिन तक तीन उम्मीदवारों ने पर्चे दाखिल किए। इससे पहले शनिवार 17 अगस्त को निर्दलीय प्रत्याशी बबीता बाघवानी ने भी नामांकन पत्र दाखिल किया था। नामांकन पत्रों की जांच 22 अगस्त को होगी, जबकि 27 अगस्त तकउम्मीदवार नाम वापस ले सकेंगे। आवश्यक होने पर मतदान तीन सितम्बर को सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा। मतगणना इसी दिन होगी। राजस्थान में कुल 10 राज्यसभा सीट हैं और उनमें से एक खाली है। नौ सीट में से भाजपा के पास चार और कांग्रेस के पास पांच सीट हैं।
इससे पहले विधानसभा भवन पहुंचे भाजपा उम्मीदवार बिट्टू ने भाजपा विधायक दल की बैठक में भी भाग लिया और उन्हें राजस्थान से राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने पर पार्टी का आभार जताया। मुख्यमंत्री, अन्य नेताओं और विधायकों ने बिट्टू को बधाई दी। शर्मा ने विधायक दल की बैठक को संबोधित किया। इस अवसर पर भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य मदन राठौड़ भी मौजूद थे। नामांकन के बाद मुख्यमंत्री ने बिट्टू को बधाई देते हुए एक्स पर लिखा, ‘‘राजस्थान से राज्यसभा उप-चुनाव हेतु भाजपा प्रत्याशी माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के नामांकन दाखिल करने के अवसर पर उपस्थित रहा। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आपकी विशिष्ट कार्यशैली न केवल प्रदेश अपितु समग्र देश की विकास यात्रा को गति प्रदान करेगी...।’’
उन्होंने लिखा, ‘‘(आपको)विजयश्री की अग्रिम शुभकामनाएं...।’’ राजस्थान से राज्यसभा की यह सीट के सी वेणुगोपाल (कांग्रेस) के लोकसभा सदस्य चुने जाने के बाद इस्तीफा देने से खाली हुई है। इस सीट पर सदस्यता का कार्यकाल 21 जून 2026 तक रहेगा। विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के संख्याबल को देखते हुए बिट्टू का निर्वाचित होना तय माना जा रहा है। विपक्षी दल कांग्रेस ने इस उपचुनाव में उम्मीदवार न उतारने का फैसला किया है।