By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 15, 2017
वाशिंगटन। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने यमन के हुती विद्रोहियों द्वारा पिछले माह सऊदी अरब में दागी गई मिसाइल के ईरान निर्मित होने के ऐसे सबूत पेश किए हैं जिन्हें, उनके मुताबिक, ‘नकारा’ नहीं जा सकता। निक्की ने तेहरान पर आरोप लगाया कि उसने अपने मिसाइल कार्यक्रम पर लगाम लगाने के लिए तय किए गए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के दायित्वों का ‘‘घोर उल्लंघन’’ किया है।
वाशिंगटन ने ईरान पर ऐतिहासिक परमाणु समझौते की भावना के खिलाफ जाने का आरोप भी लगाया। वाशिंगटन में एक सैन्य अड्डे के गोदाम में दो मिसाइलों के बरामद टुकड़ों के सामने खड़े होकर निक्की ने कहा कि इन हथियारों से संकेत ईरान की ओर जाता है। उन्होंने कहा कि इनमें से एक मिसाइल 4 नवंबर को रियाद हवाईअड्डे पर दागी गई थी। निक्की ने कहा, ‘‘यह ईरान में बनाई गई और फिर यमन में हुती विद्रोहियों को भेजी गई।’’ उन्होंने कहा ‘‘वहां से इसे असैन्य हवाईअड्डे पर दागा गया। तब मंशा यह थी कि इससे सऊदी अरब में बड़ी संख्या में बेकसूर लोग मारे जाएंगे।
साथ ही निक्की हेली ने आरोप लगाया कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर रोक लगाने के लिए साल 2015 में किये गए परमाणु समझौते के बावजूद तेहरान प्रशासन का अन्य क्षेत्रों में रूख उदार नहीं हुआ है। उन्होंने तेहरान पर क्षेत्रीय संघर्ष को बढ़ावा देने का आरोप भी लगाया। संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन के प्रवक्ता अलीरजा मिरयूसेफी ने कहा कि तेहरान अमेरिका के दावों को ‘‘सिरे से खारिज’’ करता है।