By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 04, 2022
भारतीय लोक प्रशासन संस्थान द्वारा यहां आयोजित किए जा रहे एक पाठ्यक्रम के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि सुशासन की कुंजी समावेशिता, प्रौद्योगिकी का उपयोग और उच्च नैतिक मानकों को बनाए रखना है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रौद्योगिकी पारदर्शिता को बढ़ावा देती है और इस तरह जवाबदेही तय होती है जो सुशासन की मूल विशेषता है, जबकि नैतिक मानक वैधता प्रदान करते हैं।’’ उपराष्ट्रपति ने उम्मीद जताई की कि ये दोनों मिलकर परिवर्तनकारी सुधार लाने के लिए जमीन तैयार करने वाली एक नई राजनीतिक संस्कृति की शुरुआत करेंगे।