नई दिल्ली। टिकट कटने से नाराज भाजपा सांसद उदित राज ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। भाजपा ने उत्तर पश्चिमी दिल्ली से उदित राज की जगह सूफी गायक हंसराज हंस को अपना प्रत्यासी बनाया था। जिसके बाद दलित नेता के तौर पर पहचान रखने वाले उदित राज ने पार्टी छोड़ दी। इससे पहले उदित राज ने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष मनोज तिवारी का जिक्र किया करते हुए कहा था कि उत्तर पश्चिमी सीट पर उम्मीदवार घोषित क्यों नहीं किए जा रहे हैं। कांग्रेस में शामिल होने के बाद उदित राज ने दावा किया कि केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी ‘दलित विरोधी’ है।
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उदित राज ने बुधवार सुबह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की जिन्होंने पार्टी में उनका स्वागत किया। पार्टी में शामिल होने के बाद उदित राज ने कहा, ‘‘मैं कांग्रेस में शामिल होकर बहुत खुश हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा दलित विरोधी पार्टी है। इसके बारे में मैं पूरा विवरण सामने रखूंगा।’’ बता दें कि दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में उत्तर-पश्चिम सीट रिजर्व है। इस सीट से कांग्रेस ने राजेश लिलौटिया को मैदान में उतारा है। वहीं आम आदमी पार्टी ने गुग्गन सिंह रंगा को टिकट दिया है।
कौन हैं उदित राज
उत्तर प्रदेश के रामनगर के रहने वाले उदित राज ने 2 अक्टूबर 1997 को अखिल भारतीय एससी-एसटी संघ का गठन किया। साल 2001 नवंबर में हजारों अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म को अपना लिया। 2003 उन्होंने आयकर विभाग में अपर आयुक्त के रूप में इस्तीफा दे दिया और एक एक राजनीतिक दल अर्थात "इंडियन जस्टिस पार्टी" बनाई। 23 फरवरी 2014 को उदित राज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। जिसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर पश्चिम दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से आप के राखी बिड़ला को पराजित करने के बाद वह 16 वीं लोक सभा के लिए चुने गए।