By अंकित सिंह | Apr 27, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ एक बैठक की। इस बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों का भी मुद्दा उठाया। इसके साथ ही उन्होंने गैर बीजेपी शासित राज्यों से कहा कि वह वैट में कटौती करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को लेकर अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उद्धव ठाकरे ने साफ तौर पर कहा कि केंद्र सरकार को सभी राज्यों के साथ एक जैसा बर्ताव करना चाहिए। लेकिन वह भेदभाव कर रही है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा टैक्स देने वाला राज्य महाराष्ट्र है। लेकिन आर्थिक मोर्चे पर महाराष्ट्र के साथ केंद्र सरकार लगातार भेदभाव कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि 26500 करोड रुपए का जीएसटी बकाया अब तक केंद्र सरकार से महाराष्ट्र को नहीं मिल सका है।
मुख्यमंत्री कार्यालय का बयान
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से भी बयान आया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि आज, मुंबई में एक लीटर डीजल पर डीजल टैक्स का हिस्सा केंद्र के लिए 24.38 रुपये और राज्य के लिए 22.37 रुपये है। पेट्रोल टैक्स का हिस्सा केंद्रीय कर के रूप में 31.58 रुपये और राज्य कर के रूप में 32.55 रुपये है। इसलिए, यह सच नहीं है कि राज्य के कारण कीमतें अधिक महंगी हो गई हैं। बयान में कहा गया है कि राज्य के नागरिकों को राहत प्रदान करने के लिए, राज्य सरकार पहले ही प्राकृतिक गैस के संबंध में कर राहत दे चुकी है। प्राकृतिक गैस के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए इस गैस पर वैट की दर 13.5% से घटाकर 3% कर दी गई है।
भाजपा का पलटवार
वहीं, उद्धव ठाकरे के बयान को लेकर देवेंद्र फडणवीस ने भी पलटवार किया है। देवेंद्र फडणवीस ने साफ तौर पर कहा कि आरोप लगाने के बजाय लोगों को उधर सरकार राहत दें। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर नवंबर में एक्सरसाइज ड्यूटी घटाई थी लेकिन गैर भाजपा शासित राज्यों ने लोगों को राहत नहीं दी। प्रधानमंत्री ने राज्यों से वैट घटाने की अपील की है। देवेंद्र फडणवीस ने साफ तौर पर कहा कि अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए उद्धव ठाकरे केंद्र सरकार पर आरोप लगा रहे हैं।