बीजिंग। चीन में अमेरिकी दूतावास ने सोमवार को बताया कि उसके राजदूत इस हफ्ते तिब्बत की यात्रा करेंगे। प्रतिबंधित क्षेत्र में पहुंचने की अनुमति मिलने के चार साल बाद यह यात्रा हो रही हैं। अमेरिका के विदेश विभाग ने कहा था कि चीन तिब्बती क्षेत्र में अमेरिकी राजनयिकों, पत्रकारों और सैलानियों के जाने पर ‘‘सुनियोजित तरीके से’’ बाधा उत्पन्न कर रहा है। इसके दो महीने बाद राजदूत टेरी ब्रांस्टेड की यात्रा हो रही है।
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दूतावास के एक प्रवक्ता ने एएफपी को भेजे एक ईमेल में बताया कि ब्रांस्टेड रविवार से इस शनिवार तक क्विंघाई प्रांत और पड़ोसी तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र की यात्रा कर रहे हैं। प्रवक्ता ने बताया कि यह यात्रा राजदूत के लिए तिब्बती संस्कृति एवं भाषा के संरक्षण तथा धार्मिक स्वतंत्रता पर प्रतिबंधों को लेकर लंबे समय से व्यक्त की जा रही चिंताओं के बारे में स्थानीय नेताओं से बातचीत करने का एक अवसर है।
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ब्रांस्टेड के पूर्ववर्ती मैक्स बॉकस ने मई 2015 में तिब्बत की यात्रा की थी। विदेश मंत्रालय की मार्च की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल नौ अमेरिकियों ने तिब्बत जाने की अनुमति मांगी थी लेकिन इनमें से ब्रांस्टेड सहित पांच के अनुरोध खारिज कर दिए गए थे। अमेरिकी रिपोर्ट को चीन ने ‘‘पक्षपातपूर्ण’’ बताते हुए खारिज कर दिया था। चीनी प्राधिकारियों ने हिमालयी क्षेत्र में जाने की अनुमति न देने की वजह विशेष ‘‘भौगोलिक एवं जलवायु स्थितियों’’ को बताया था।