By अंकित सिंह | Sep 07, 2024
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा की दूसरी वर्षगांठ पर एक दिल छू लेने वाला वीडियो साझा किया और कहा कि इस यात्रा ने उन्हें मौन की सुंदरता सिखाई है। एक्स को संबोधित करते हुए गांधी ने लिखा कि भारत जोड़ो यात्रा ने मुझे मौन की सुंदरता सिखाई। उत्साही भीड़ और नारों के बीच, मैंने शोर को शांत करने और वास्तव में सुनने के लिए अपने बगल वाले व्यक्ति पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करने की शक्ति का पता लगाया।
उन्होंने यह भी कहा कि इन दो वर्षों में, उन्होंने विविध पृष्ठभूमि के हजारों भारतीयों की बात सुनी है और प्रत्येक आवाज ने ज्ञान दिया है, उन्हें कुछ नया सिखाया है और प्रत्येक व्यक्ति ने प्यारी भारत माता का प्रतिनिधित्व किया है। उन्होंने लिखा कि यात्रा ने साबित कर दिया कि भारतीय स्वाभाविक रूप से प्यार करने वाले लोग हैं। जब मैंने यह यात्रा शुरू की थी तो मैंने कहा था कि प्रेम नफरत पर विजय प्राप्त करेगा और आशा भय पर विजय प्राप्त करेगी, आज हमारा मिशन एक ही है कि भारत माता की आवाज, प्रेम की आवाज हमारे प्यारे देश के हर कोने में सुनाई दे।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लिखा कि भारत जोड़ो यात्रा एक ऐतिहासिक जन-आंदोलन है, जो समाज को एकजुट करने का पर्याय बन गया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी व हमारे भारत जोड़ो यात्रियों ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल जो दूरी तय की, उससे करोड़ों लोगों के दिलों में प्रेमभाव, आपसी सौहार्द और बंधुत्व की अभूतपूर्व जन-चेतना जागृत हुई। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा की दूसरी वर्षगाँठ के अवसर पर मैं देशवासियों से केवल इतनी ही अपील करता हूँ कि संविधान और लोकतंत्र को संजोए रखने का संघर्ष जारी रखें।
खड़गे ने आगे लिखा कि आर्थिक असमानताओं, महँगाई, बेरोज़गारी, सामाजिक अन्याय, संविधान के विध्वंस, सत्ता के केंद्रीकरण के वास्तविक मुद्दों पर हमारा संघर्ष जारी है। उन्होंने कहा कि न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के हमारे संवैधानिक मूल्यों को सुरक्षित रखने का संकल्प और मज़बूत होना चाहिए। नफ़रत और विभाजन के एजेंडे को हम कामयाब नहीं होने देंगे। मोहब्बत और इंसानियत की जीत निश्चित है।
पार्टी नेता जयराम रमेश ने लिखा कि कन्याकुमारी से कश्मीर तक हुई भारत जोड़ो यात्रा के शुरुआत की आज दूसरी वर्षगांठ है। यह यात्रा सही मायने में एक परिवर्तनकारी यात्रा थी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में 200 से अधिक भारत यात्रियों ने 145 दिनों की अवधि में पैदल चलकर 4000 किलोमीटर लंबी यात्रा पूरी की थी। यात्रा ने 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों को कवर किया था। इस यात्रा से अभूतपूर्व कनेक्टिविटी और सामूहिकता की भावना पैदा हुई। इसने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लिए एक बड़ी बूस्टर डोज का काम किया। यात्रा ने हमारे देश की राजनीति में भी बदलाव की शुरुआत की। साथ ही साथ इसने जनवरी-मार्च 2024 के दौरान मणिपुर से मुंबई तक की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए प्रोत्साहन प्रदान किया।