श्रीनगर। पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन तथा पीडीपी नेता वाहीद पारा को एहतियातन हिरासत से बुधवार को रिहा कर दिया गया। वाहीद जम्मू-कश्मीर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के करीबी सहयोगी हैं। अधिकारियों ने बताया कि लोन और पारा की रिहाई के बाद अब कुल 13 नेता एहतियातन हिरासत में एमएलए छात्रावास में बंद हैं। छात्रावास को फिलहाल अस्थाई उपकारागार में तब्दील कर दिया गया है। लोन और पारा 180 दिन से भी ज्यादा वक्त तक हिरासत में रहने के बाद रिहा किये गये हैं।
इसे भी पढ़ें: जम्मू कश्मीर के अच्छे दिन, केंद्र ने 6,000 करोड़ रुपये की परियोजना को दी मंजूरी
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मंगलवार को दो नेताओं- दक्षिण कश्मीर में वाची से पीडीपी के पूर्व विधायक एजाज अहमद मीर और व्यापारियों के नेता शकील अहमद कलंदर को रिहा किया था। कलंदर फेडरेशन चेम्बर ऑफ इंडस्ट्रीज, कश्मीर के अध्यक्ष रह चुके हैं। रविवार से अभी तक आठ नेताओं को एहतियातन हिरासत से रिहा किया गया है।
इसे भी पढ़ें: जम्मू कश्मीर प्रशासन ने नजरबंदी में रखे गए चार नेताओं को रिहा किया
केन्द्र सरकार द्वारा पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 के ज्यादातर प्रावधानों को समाप्त किए जाने और राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशों ‘जम्मू-कश्मीर और लद्दाख’ में बांटे जाने के बाद यहां तमाम नेताओं, कार्यकर्ताओं और व्यापारी नेताओं को हिरासत में लिया गया था। कई नेताओं की रिहाई के बाद भी, अभी नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला तथा पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती हिरासत में ही हैं।
इसे भी देखें: Jammu Kashmir में Third Front और Election से जुड़ी सबसे बड़ी खबर