By अंकित सिंह | Mar 12, 2025
वरिष्ठ पत्रकार रेवती और उनकी सहकर्मी तन्वी यादव को बुधवार को हैदराबाद में उनके आवास से पुलिस ने कथित तौर पर गिरफ्तार कर लिया। दोनों को सुबह करीब 5 बजे हिरासत में लिया गया, क्योंकि उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कांग्रेस शासन में अपनी कठिनाइयों के बारे में बात करने वाले एक किसान का वीडियो पोस्ट किया था। तड़के महिला पत्रकारों की गिरफ्तारी से आक्रोश फैल गया, और बीआरएस नेताओं ने रेवंत रेड्डी सरकार की सत्तावादी रणनीति की निंदा की।
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष और विधायक केटी रामा राव (केटीआर) ने ट्वीट कर राहुल गांधी पर निशाना साधा। केटीआर ने एक्स पर लिखा, "क्या यही आपकी 'मोहब्बत की दुकान' है राहुल गांधी जी? सुबह-सुबह दो महिला पत्रकारों को गिरफ़्तार करना!! उनका अपराध क्या है? अक्षम और भ्रष्ट कांग्रेस सरकार के खिलाफ़ जनता की राय को आवाज़ देना। पिछली बार जब मैंने देखा था, तो पाया था कि भारत का संविधान, जिसे आप नियमित रूप से पढ़ते हैं, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन करता है।
वरिष्ठ बीआरएस नेता टी हरीश राव ने सवाल उठाया कि क्या तेलंगाना में लोकतंत्र है या तानाशाही। उन्होंने कहा कि यह सरकार असहज सवालों का जवाब गिरफ़्तारियों से देती है। रेवती की सुबह 5 बजे गिरफ़्तारी कांग्रेस की गहरी असुरक्षा और कायरता को उजागर करती है। मैं आवाज़ों को दबाने और प्रेस की आज़ादी को दबाने के इस शर्मनाक प्रयास की कड़ी निंदा करता हूँ। बीआरएस एमएलसी के कविता ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि रेवंत रेड्डी के शासन में जो कोई भी सवाल करने की हिम्मत करता है, उसे ताने, धमकियों या गिरफ्तारी का सामना करना पड़ता है।