By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 02, 2021
ग्रेटर नोएडा में तीन दिन पहले राजा मिहिर भोज की प्रतिमा के नीचे लगी पट्टिका को विरूपित करने में कथित रूप से संलिप्त रहे दो लोगों को शुक्रवार को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया गया।
गौतम बौद्ध नगर पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि दोनों लोगों ने 28 सितंबर को कुछ अन्य लोगों के साथ गौतमबुद्ध नगर जिले के दादरी इलाके में गुर्जरों और राजपूतों के बीच जातीय संघर्ष के दौरान पट्टिका पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम पर काला रंग पोत दिया था।
पुलिस ने कहा कि आरोपी व्यक्तियों ने आदित्यनाथ के अलावा, राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र सिंह नागर और दादरी के विधायक तेजपाल नागर, दोनों स्थानीय भाजपा नेताओं के नामों पर भी काला रंग पोत दिया था।
सुरेंद्र सिंह और तेजपाल, दोनों गुर्जर समुदाय से हैं। नौवी शताब्दी के राजा मिहिरभोज को अपने-अपने समुदाय का बताने को लेकर गुर्जरों और राजपूतों के बीच तनाव पैदा हो गया था। इस मामले में स्थानीय दादरी पुलिस थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की गई है। पुलिस प्रवक्ता ने कहा, “आज, दादरी थाने की एक टीम ने गुप्त सूचना मिलने के बाद प्रशांत भाटी और मोहित नागर को लखनऊ के काकोरी में एक टोल प्लाजा के पास गिरफ्तार किया।
आरोपी राज्य की राजधानी (लखनऊ) जा रहे थे। गिरफ्तारी स्थानीय पुलिस के सहयोग से की गई। उन्होंने कहा कि दादरी थाने की टीम ने दोनों को हिरासत में ले लिया और उन्हें गौतम बौद्ध नगर लाया, जहां उन्हें एक अदालत में पेश किया गया।
अदालत ने उन्हें जेल भेज दिया। प्रवक्ता ने कहा, “हालांकि, पट्टिका को विरूपित किये जाने के समय की एक कथित वीडियो में नजर आया श्याम सिंह भाटी भाग निकलने में कामयाब रहा। गौतम बौद्ध नगर पुलिस ने पहले ही जिला मजिस्ट्रेट को एक रिपोर्ट भेजकर उसके हथियारों का लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश की है।