By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 15, 2017
दोहा। तुर्की के विदेश मंत्री के कतर पहुंचने के साथ ही खाड़ी संकट का राजनयिक हल तलाशने की कोशिशें तेज़ हो गई हैं, जबकि संयुक्त राष्ट्र ने क्षेत्र में मानवाधिकार संबंधी बढ़ती चिंताओं के चलते आशंका जाहिर की है। कतर के सरकारी मीडिया ने मेवलुत कावासुगलू के पहुंचने की पुष्टि की है। उसने कहा है कि तुर्की के शीर्ष राजनयिक ने मौजूदा संकट पर कतर के समझदारी भरे और शांत तरीके को लेकर दोहा की सराहना की है। वह तुर्की के वित्त मंत्री निहाट ज़ेनेबेकी के साथ गए हैं। दोनों ने दोहा पहुंचने पर अपने समकक्षों शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी और शेख अहमद बिन जसिम अल-थानी से मुलाकात की। कावासुगलू अमीर शेख तमीम बिन हम्माद अल थानी से दोहा में वार्ता कर सकते हैं और फिर संभवत: सऊदी अरब जा सकते हैं।
तुर्की के राष्ट्रपति के प्रवक्ता इब्राहिम कलिन ने कहा था कि सऊदी अरब में एक समझदार देश और क्षेत्र में बड़े भाई के तौर पर इस संकट को हल करने की संभावना और क्षमता है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने खाड़ी देशों से विवाद का शांतिपूर्ण हल निकालने का आहवान किया है। एंतोनियो गुतारेस के एक प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने तनाव को कम करने और और प्रभावी बातचीत को बढ़ावा देने के कुवैत के प्रयासों को पूरा समर्थन दिया है। इस बीच दोहा में सरकारी मीडिया के मुताबिक, कतर के बेड़े के साथ संयुक्त अभ्यास करने के लिए अमेरिकी नौसेना के दो पोत खाड़ी पहुंच गए हैं। कतर की समाचार एजेंसी के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में बताया है कि अमेरिकी पोत दक्षिण दोहा में हम्माद बंदरगाह पर पहुंचे जो कतर की अमीरी नौसेना के साथ संयुक्त अभ्यास में हिस्सा लेंगे। वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों आतंकवाद से लड़ाई पर वार्ता के लिए 24 घंटे की मोरक्को यात्रा पर हैं। इस दौरान वह लीबियाई संघर्ष और कतर के अपने खाड़ी देशों के साथ विवाद पर भी वार्ता करेंगे।