चेन्नई। टीटीवी दिनाकरण के महत्वपूर्ण सहयोगियों में से एक ने एएमएमके को छोड़कर एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली द्रमुक का शुक्रवार को दामन थाम लिया था। अयोग्य ठहराए गए विधायक वी सेंथिल बालाजी यहां अन्ना अरिवालयम में एम के स्टालिन की मौजूदगी में पार्टी मुख्यालय में द्रमुक में शामिल हुए। वह अयोग्य घोषित किए गए अन्नाद्रुक के 18 विधायकों में से एक हैं।
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सेंथिल के पार्टी से अलग होने के मायने हैं क्योंकि ऐसी खबरें चल रही हैं कि तमिलनाडु विधानसभा अध्यक्ष पी धनपाल के अन्नाद्रमुक के 18 विधायकों को अयोग्य घोषित करने के फैसले को अक्टूबर में मद्रास उच्च न्यायालय द्वारा बरकरार रखने के बाद से एएमएमके के संस्थापक दिनाकरण के लिए अपना कुनबा एकजुट रखना मुश्किल हो रहा है।
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पिछले वर्ष धनपाल ने उन विधायकों को मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी के खिलाफ विद्रोह करने के कारण अयोग्य ठहरा दिया था। खबरों में दावा किया गया कि अयोग्य घोषित करने के मद्रास उच्च न्यायालय के फैसले खिलाफ अपील नहीं करने के दिनाकरण के फैसले से कई विधायक खुश नहीं हैं। बालाजी के पार्टी छोड़ने के अंदेशे के बाद दिनाकरण ने बृहस्पतिवार को बालाजी पर परोक्ष हमला करते हुए कहा था कि अगर कुछ स्वार्थी तत्व एएमएमके को छोड़ते हैं तो इसका किसी को भी अफसोस नहीं होगा।