By अभिनय आकाश | Mar 05, 2021
मार्च के महीने में अमेरिका में कुछ बड़ा होने वाला है? पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप क्या फिर से संभालेंगे सत्ता? आखिर क्या है मार्च का अमेरिका के राष्ट्रपति के शपथ का कनेक्शन। दरअसल, अमेरिकी संसद भवन परिसर में फिर से उपद्रव करने की साजिश का खुलासा होने के बाद सुरक्षा व्यवस्था ताक-चौबंद कर दी गई है। याद हो कि दो महीने पूर्व अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने कैपिटल बिल्डिंग में हंगामा किया था और संसद की कार्यवाही तक को रोकने की कोशिश की गई थी। उस वक्त राष्ट्रपति जो बाइडेन की जीत की पुष्टि की कार्यवाही चल रही थी। क्वानोन के समर्थकों ने वाशिंगटन पहुंच कर उत्पात मचाने से जुड़ी खुफिया सूचनाएं मिलने पर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। समर्थकों के बीच ये संदेश प्रसारित किया गया कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मार्च में फिर से सत्ता संभालेंगे और डेमोक्रेट नेताओं को पद से हटा देंगे।
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार सरकार विरोधी मीलिशिया समूह थ्री परसेंटर्स के सदस्यों के बीच हुई वार्ता से इसका खुलासा हुआ। छह जनवरी को संसद परिसर में उत्पात मचाने वालों में इस समूह के भी सदस्य थे। इस बारे में अमेरिकी सांसदों को भी जानकारी दी गई। संसद के कार्यवाहक सुरक्षा प्रमुख टिमोथी ब्लोजेट ने ऐसे किसी भी संकेतों से इनकार किया है। लेकिन इसके साथ ही परामर्श को फिर से अद्यतन किये जाने की बात कही है।
पहले मार्च में होता था शपथ ग्रहण
1937 से पहले अमेरिका में 5 मार्च को शपथ ग्रहण होता था। जार्ज वाॉशिंगटन ने फेडरल हॉल की बॉलकनी में 30 अप्रैल 1789 को शपथ लीथी। दूसरी बार राष्ट्रपति बनने पर उन्होंने 4 मार्च 1793 को शपथ लिया था। जेम्स मोनरो ने राष्ट्रपति बनने पर सुप्रीम कोर्ट के जजों से विचार करने के बाद 5 मार्च 1821 को अपना शपथ ग्रहण का कार्यक्रम रखा। इसके बाद अमेरिकी संविधान में 20वां संशोधन हुआ और राष्ट्रपति के शपथ लेने की तारीख 20 जनवरी हो गई।
इस वजह से किया गया संशोधन
चुनाव परिणाम के बाद 4 से 5 महीने की अवधि के पीछे का एक बड़ा कारण अमेरिका जैसे बड़े देश में चुनाव के बाद अधिकारियों की वापसी और नए जनप्रतिनिधियों की कैपिटल तक पहुंच को सुनिश्चित करना था। लेकिन संचार और परिवहन के साधनों में इजाफे ने इस अवधि को छोटा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एक वजह ये भी थी कि 4 से 5 महीने की अवधि में निवर्तमान राष्ट्रपति की भूमिका नए राष्ट्रपति के निर्वाचन से थोड़ी कमजोर पड़ जाती थी इसीलिए समयानधि को कम करमे के लिए अमेरिका के संविधान में 20वां संशोधन किया गया।