वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट के एक परिसर पर सबसे बड़े गैर-परमाणु बम से निशाना साधने के लिये अपनी सेना की तारीफ करते हुए कहा कि आखिरकार अमेरिकी सेना ने ‘‘सफलता’’ हासिल कर ली क्योंकि उनके प्रशासन ने सेना को ‘‘पूर्ण अधिकार’’ दिया है। अमेरिकी सेना ने पाकिस्तान की सीमा से सटे अफगानिस्तान के ननगढ़ प्रांत के अचिन जिले में आतंकवादी समूह के क्षेत्रीय सहयोगी आईएसआईएस-खोरासन के एक सुरंग परिसर पर जीबीयू-43..बी मैसिव ऑर्डिनांस एयर ब्लास्ट बम (एमओएबी) गिराया। इस बम को ‘मदर ऑफ ऑल बॉम्स’ के नाम से जाना जाता है।
पेंटागन के प्रवक्ता एडम स्टम्प ने गुरुवार को कहा था कि यह पहली ऐसी लड़ाई है जिसमें इस बम का इस्तेमाल हुआ। एमओएबी 21,600 पौंड वजनी, जीपीएस निर्देशित युद्ध सामग्री है जो अमेरिका सबसे ताकतवर गैर-परमाणु बम है। ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान में इस बम के इस्तेमाल की स्वीकृति दी थी और इस अभियान को ‘‘बेहद सफल’’ बताया है। ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं को बताया, ‘‘यह वाकई में एक और सफल कार्य था, हमें अपनी सेना पर बहुत नाज है। हमारी सेना ने एक और सफलता हासिल की, हमें अपनी सेना पर गर्व है।’’