By अनन्या मिश्रा | Aug 23, 2023
आमतौर पर जोड़ों के दर्द को बुढ़ापे से जोड़कर देखा जाता था। आपने भी बुजुर्ग लोगों को कई बार कहते हुए सुना होगा कि उम्र बढ़ने के साथ ही उन्हें जोड़ों का दर्द परेशान करने लगा है। लेकिन वर्तमान समय में गलत खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण लोगों को कम उम्र में ही जोड़ों का दर्द परेशान करने लगा है। मुश्किल से 30 की उम्र पार करने के बाद से ही लोगों को जोड़ों का दर्द परेशान करने लगा है।
जोड़ों के दर्द होने के पीछे फ्ल्यूड और कोलेजन का कम होना है। हालांकि अपनी डाइट में बदलाव कर ज्वॉइंट पेन की समस्या से राहत पाई जा सकती है। साथ ही इसके लिए एक्सरसाइज भी जरूरी मानी जाती है। ऐसे में अगर आप ज्वॉइंट के दर्द से परेशान हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। इस आर्टिकल के जरिए हम आपको एक ऐसे खास मिक्चर के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसके इस्तेमाल से जोड़ों के दर्द को दूर करने में मदद मिल सकती है।
जोड़ों के दर्द को दूर करने वाले मिक्चर की सामग्री
बादाम- 1/2 कटोरी
मखाना- 1/2 कटोरी
भुने हुए चने- 1/2 कटोरी
सौंठ- 1/2 टीस्पून
अजवाइन- 1 टीस्पून
दालचीनी- 1/2 टीस्पून
सूखा हुए खजूर- 5
मिश्री- 1/4 कटोरी
ऐसे बनाकर करें तैयार
इन सभी चीजों के ग्राइंडर कर महीन पाउडर बना लें।
फिर 1 चम्मच पाउडर को 1 गिलास पानी में मिलाएं।
इसके बाद रोजाना दिन में एक बार इसका सेवन करें।
जोड़ों के दर्द से निजात पाने का घरेलू नुस्खा
मखाना शरीर में कैल्शियम लेवल को बढ़ाने में मदद करता है। इसके साथ ही आस्टियो आर्थराइटिस के लक्षणों को भी कम करता है।
बादाम में कैल्शियम और मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा पायी जाती है। यह ज्वॉइंट्स के इंफ्लेमेशन को मजबूत करने के साथ ज्वॉइंट के दर्द में राहत देता है।
भुने हुए चने में विटामिन-के पाया जाता है। यह शरीर को कैल्शियम प्रदान करने के साथ जोड़ों के दर्द में भी आराम देता है।
सूखे हुए खजूर में विटामिन सी और विटामिन डी की भरपूर मात्रा पायी जाती है। इसके सेवन से कोलेजन प्रोजक्शन बूस्ट होता है और ज्वॉइंट में लचीलापन आता है।
अजवाइन में विटामिन-के की प्रचुर मात्रा पायी जाती है। यह मांसपेशियों को आराम पहुंचाता है और जोड़ों का दर्द और सूजन खत्म करता है।
दालचीनी में सिनेमिक एसिड पाया जाता है। इसके सेवन से जोड़ों के दर्द और इंफ्लेमेशन से राहत मिलती है।
मिश्री डाइजेस्टिव जूस को रिलीज करने में सहायक होती है। इससे गैस की समस्या नहीं होती और पाचन में सुधार होता है।
सौंठ में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज पाया जाता है, यह ज्वाइंट में होने वाली ऐंठन को कम करती है।