By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 15, 2019
कोलकाता। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में सभी मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील घोषित करने की अपील कर राज्य की छवि धूमिल करने की भाजपा की कथित कोशिश के खिलाफ 48 घंटे का अपना धरना शुक्रवार को शुरू किया। तृणमूल की महिला कार्यकर्ता यहां एस्प्लानेड में धरने पर बैठीं। हालांकि, भाजपा ने इस धरने को ड्रामा करार दिया है। तृणमूल कांग्रेस की महिला शाखा की प्रमुख चंद्रिमा भट्टाचार्य ने दावा किया कि भाजपा का पश्चिम बंगाल में आधार नहीं है, उसके बाद भी वह केंद्रीय बलों का इस्तेमाल कर चुनाव जीतने की उम्मीद कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा और उसके नेता सपनों की दुनिया में खोए हुए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल में कानून व्यवस्था अच्छी है। उसके बाद भी भाजपा मांग कर रही है कि राज्य को अतिसंवेदनील घोषित किया जाए।’’ भट्टाचार्य ने सवाल किया कि क्या यह पश्चिम बंगाल के लोगों का अपमान नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने राज्य की छवि धूमिल करने की किसी भी कोशिश का विरोध करेंगे।’’ भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ हाथों में तख्तियां ले हुईं महिला तृणमूल कार्यकर्ताओं ने केंद्र के विरूद्ध नारेबाजी की। तृणमूल के धरने पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि पार्टी (तृणमूल कांग्रेस) को तय करना है कि वह चुनाव लड़ना चाहती है या फिर धरना जारी रखना चाहती है।
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उन्होंने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस को यह ड्रामा बंद करना चाहिए।’’ भाजपा ने चुनाव आयोग से पश्चिम बंगाल में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए उसे अति संवेदनशील राज्य घोषित करने की मांग की थी। उसकी यह भी मांग की थी कि राज्य के हर मतदान केंद्र पर केंद्रीय बल तैनात किये जाएं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को आरोप लगाया था कि भाजपा केंद्रीय बलों की आड़ में छिपाने का प्रयास कर रही है क्योंकि वह राज्य में एक भी सीट नहीं जीत सकती है।