नयी दिल्ली। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने लाइसेंसिंग, दर और सेवा गुणवत्ता क्षेत्रों के लिए तीन उपसमूहों का गठन किया है। ये समूह पुराने और बेकार हो चुके नियमनों तथा आदेशों की पहचान करेंगे और उन्हें समाप्त करेंगे। ट्राई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि समूची प्रक्रिया अगले दो से तीन माह में पूरी हो जाएगी। एक अधिकारी ने कहा कि ट्राई के तीन सलाहकार..संजीव बंसल (नेटवर्क्स, स्पेक्ट्रम और लाइसेंसिंग), विनोद कोतवाल (वित्तीय एवं आर्थिक विश्लेषण) और असित कादयान (सेवा गुणवत्ता) इन व्यक्तिगत उपसमूहों के प्रमुख होंगे।
अधिकारी ने कहा कि हमारा विचार उन बेकार पड़ चुके नियमनों की पहचान करना है जो पहले ही अपना उद्देश्य पूरा कर चुके हैं। इन उपसमूहों में उद्योग के प्रतिनिधि भी होंगे। ये उपसमूह संयुक्त रूप से उन नियमनों तथा दर आदेशों की समीक्षा करेंगे जो समय के साथ पुराने पड़ चुके हैं। इस तरह का एक क्षेत्र पेजिंग का है जिसमें सेवाएं और नियमन पुराने पड़ सकते हैं और तार्किक नहीं रह गए हैं। इसी तरह सीडीएमए जैसी प्रौद्योगिकी से संबंधित नियमनों की भी समीक्षा होगी। भारती एयरटेल, वोडाफोन इंडिया, रिलायंस जियो, आइडिया सेल्युलर, टेलीनॉर और भारत संचार निगम लि. के प्रतिनिधि इस उपसमूहों में शामिल हैं। इसके अलावा इस प्रक्रिया में उद्योग संगठनों सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सीओएआई) एसोसिएशन आफ यूनिफाइड टेलीकॉम सर्विस प्रोवाडर्स आफ इंडिया (ऑस्पी) तथा आईएसपी एसोसिएशन आफ इंडिया को भी इस प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा।