By अभिनय आकाश | Feb 13, 2022
सर्दी के मौसम में भी जैसी सियासी गर्मी पंजाब की अमृतसर ईस्ट सीट पर है वैसी कहीं नहीं। यहां मामला केवल चुनावी नहीं है बल्कि व्यक्तिगत रंजिश का भी है। जिसकी वजह से पंजाब में अमृतसर ईस्ट की सीट हाईप्रोफाइल सीट बन गई है। यहां से राज्य के दो दिग्गज नेता आमने-सामने खड़े हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को चुनौती देने के लिए अकाली दल ने विक्रम सिंह मजीठिया को मैदान में उतारा है। इस सीट पर जो जीतेगा वो सिकंदर बनेगा। दोनों के बीच व्यक्तिगत रंजीश से मुकाबला और दिलचस्प होता नजर आ रहा है। इनके अलावा भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व आईएएस अधिकारी जगमोहन सिंह राजू को मैदान में उतारा है, जिन्होंने तमिलनाडु में 35 साल तक सेवा की। आम आदमी पार्टी ने जीवनजोत कौर को उम्मीदवार बनाया है।
सिद्धू को बताया जोकर
विक्रम मजीठिया के निशाने पर सिर्फ और सिर्फ सिद्धू हैं। उन्होंने कहा है कि मुझे सिद्धू साहब कोई चैलेंज दे या नहीं दे, चैलेंज वो लोग देते हैं जो गंभीर होते हैं। वो बहुत कुछ बोलते हैं और उनको खुद याद नहीं रहता वो क्या बोलते हैं, इसलिए मैं सिद्धू को कभी गंभीरता से नहीं लेता हूं। उन्होंने कहा कि वह मेरे लिए तो एक लाफ्टर चैनल के एक प्रोडक्ट हैं। इस दौरान मजीठिया ने यहां तक कह दिया कि मैं उनको एक जोकर के रूप में देखता हूं जिस रूप में दूनिया उनको देखती है। नवजोत सिंह सिद्धू पर आरोप लगाया कि वह अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने में विफल रहने के बाद अपने पंजाब मॉडल की बात से लोगों को बहकाने की कोशिश कर रहे हैं।
सिद्धू ने दी एक सीट से चुनाव लड़ने की चुनौती
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अमृतसर ईस्ट से नामांकन भरा तो पहला निशाना अकाली दल नेता विक्रम सिंह मजीठिया ही थे। सिद्धू की ताजा खुन्नस ये है कि उनकी सीट पर उन्हें टक्कर देने के लिए अकाली नेता विक्रम सिंह अपनी सीट मजीठिया के अलावा अमृतसर ईस्ट सीट पर भी नामांकन कर चुके हैं।
हॉट सीट पर दोनों दिग्गजों के लिए कई नेता वोट मांगने आ रहे
2012 में नई सीट बनने के बाद से इस सीट सिद्धू परिवार का कब्जा है। 2017 में नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते। 2012 में नवजोत कौर बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीतीं। 2022 के विधानसभा चुनाव में इसी सीट पर सिद्धू को मजीठिया टक्कर दे रहे हैं। 1 लाख 70 हजार मतदाताओं वाली इस सीट पर कांटे की टक्कर है। सीट के समीकरण रोज हार जीत को बदल रहे हैं। लड़ाई इतनी रोमांचक है कि हॉट सीट पर दोनों दिग्गजों के लिए कई नेता वोट मांगने आ रहे हैं। मजीठिया के लिए सुखबीर बादल आ चुके हैं लेकिन सिद्धू के लिए चन्नी और कांग्रेस के अन्य बड़े लीडर नहीं नजर आए हैं। लेकिन सिद्धू के लिए उनकी पत्नी नवजोर कौर और बेटी राबिया काफी दमदार तरीके से प्रचार कर रही हैं।