By विजयेन्दर शर्मा | Jul 19, 2021
शिमला। हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कई इलाकों में सडक मार्ग भारी भूस्खलन से बाधित हो गये हैं जिससे परिवहन व्यवस्था पर प्रतिकूल असर पडा है यही हाल विद्युत संचार व पेयजल व्यवस्था का है। प्रदेश के कई हिस्सों में नदी नाले उफान पर हैं जिससे लोग सहमे हैं। चूंकि कुछ दिन पहले इसी तरह की बरसात में भी भारी नुक्सान झेलना पडा था व कई लोगों की जान चली गई थी। लगातर हो रही बारिश की वजह से जिला चंबा में चंबा भरमौर राष्ट्रीय उच्चमार्ग पर गैहरा के पास बैलोगी नामक स्थान पर आज सुबह एक कार अनियंत्रित होकर सड़क से सीधे रावी नदी में गिर गई है। पहाड़ी से आए मलबे की चपेट में आकर कार सीधे रावी नदी में गिर गई। गाड़ी में तीन लोग सवार बताए जा रहे हैं।
चंबा भरमौर राष्ट्रीय उच्चमार्ग पर गैहरा के समीप पहाड़ी से आए मलबे की चपेट में आकर कार सीधे रावी नदी में गिर गई। गाड़ी में तीन लोग सवार बताए जा रहे हैं। कार नंबर एचपी 01C 1323 अनियंत्रित होकर नदी में गिरी है। पहाड़ी से भारी भरकम पत्थर व मलबा गिरने के कारण मार्ग पर आवाजाही भी बंद हो गई है। मार्ग के दोनों ओर लंबा जाम लग गया है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार 57 वर्षीय कल्यानो पुत्र फरंगु निवासी गांव चुकरासा डाक घर व सब तहसील धरवाला ज़िला चंबा, 55 वर्षीय सुभद्रा देवी पत्नी कल्यानो और 28 वर्षीय तेज नाथ पुत्र कल्यानो नदी में बह गए हैं। तेज नाथ कार ड्राइव कर रहा था। पुलिस व प्रशासन मौके पर पहुंच गया है व नदी में बहे लोगों की तलाश की जा रही है। अभी कार का भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है। पहाड़ी से भारी भरकम पत्थर व मलबा गिरने के कारण मार्ग पर आवाजाही भी बंद हो गई है।
इसी तरह मंडी कुल्लू राष्टरीय राजमार्ग जगह जगह भारी भूस्खलन की वजह से यातायात के लिये बंद हो गया है। मंडी और कुल्लू जिला में हो रही लगातार बारिश के कारण मंडी जिला के थाना औट में कईं जगह भूस्खलन हुआ है जिस कारण मण्डी कुल्लू नेशनल हाईवे पर पण्डोह के पास 7 मील तथा 4 मील के पास सड़क अवरुद्ध हुई है तथा मण्डी कटोला, बजौरा रोड़ भी कण्डी के पास भूस्खलन के कारण बंद हो गया है। प्रदेश में दो दिनों के दौरान बहुत भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश भर में 19 और 20 जुलाई को भारी बारिश का ऑरेंज और फिर दो दिन येलो अलर्ट जारी किया है। 22 जुलाई तक प्रदेश भर में मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है। प्रशासन ने लोगों और पर्यटकों को नदी-नालों के किनारे और भूस्खलन वाले क्षेत्रों की ओर न जाने की हिदायत जारी की है। इसके अलावा प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए मशीनरी भी तैनात की है।