By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 27, 2023
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की सदस्य खुशबू सुंदर ने उडुपी के एक पैरामेडिकल कॉलेज के शौचालय में कथित रूप से एक लड़की का वीडियो बनाने के मामले में किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने या घटना को सांप्रदायिक रंग न देने का अनुरोध किया। वह बृहस्पतिवार सुबह कॉलेज पहुंचीं। उनके साथ उडुपी के जिला पुलिस अधीक्षक अक्षय हाके मच्छिंद्र तथा आयोग के अन्य सदस्य भी हैं। सुंदर इस मामले की जांच के संबंध में कॉलेज प्रबंधन, पीड़िता तथा घटना में शामिल छात्राओं से बातचीत कर रही हैं। कॉलेज निदेशक रश्मि, अकादमिक समन्वयक बालकृष्ण, प्राचार्य राजीप मंडल, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की वकील मैरी श्रेष्ठ और अन्य भी बातचीत में शामिल रहे। बुधवार को उडुपी पहुंची सुंदर ने संवाददाताओं से कहा था कि पुलिस के तमाम प्रयासों के बाद भी कोई ठोस सबूत नहीं मिला है।
इससे पहले उन्होंने उपायुक्त विद्याकुमारी और पुलिस अधीक्षक हाके अक्षय मच्छिन्द्र के साथ बैठक की। सुंदर ने कहा कि जांच जारी है और इस मामले की व्यापक पड़ताल किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि एनसीडब्ल्यू और पुलिस को अभी तक कोई सबूत नहीं मिला है। जब तक ठोस सबूत नहीं मिल जाते, तब तक आरोपपत्र दाखिल नहीं किया जा सकता। उन्होंने बताया कि पुलिस ने कथित तौर पर वीडियो बनाने वाली तीन लड़कियों के मोबाइल फोन डेटा पुनर्प्राप्ति के लिए भेज दिए हैं। उन्होंने बताया कि आरोप-पत्र दाखिल करने से पहले डेटा को विस्तृत रिपोर्ट के लिए एफएसएल प्रयोगशाला भेजा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एनसीडब्ल्यू और पुलिस अपना काम कर रही हैं और न्यायाधीश की भूमिका निभाए बगैर हम जांच पूरी करेंगे। उन्होंने कहा कि आयोग महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और वह किसी भी सांप्रदायिक पहलू को ध्यान में रखकर काम नहीं करता।
एनसीडब्ल्यू सदस्य ने कहा कि आयोग का ध्यान महिलाओं की सुरक्षा पर हैं चाहे वे किसी भी समुदाय की हो तथा उन्होंने लोगों से इस घटना को साम्प्रदायिक रंग न देने का अनुरोध किया। सुंदर ने कहा कि वह कॉलेज प्रशासन, छात्रों तथा पीड़ितों के साथ पहले इस मामले को पूरी तरह समझना चाहती हैं। इस बीच, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने शौचालय घटना की जांच की मांग करते हुए उडुपी में अज्जरकड में युद्ध स्मारक के समीप बृहस्पतिवार को प्रदर्शन किया। पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए प्रदर्शनकारियों की वहां मौजूद पुलिस बल से भी बहस हुई। उडुपी के विधायक यशपाल सुवर्णा भी प्रदर्शन स्थल पर मौजूद रहे।