By दिनेश शुक्ल | Oct 02, 2020
भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज हम गांधी जी को तो मानते हैं लेकिन गांधी जी की नहीं मानते। गांधी जी ने सत्य और अहिंसा का जो मार्ग दिखाया, आज उसका अनुसरण करने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हम किसी अन्य को विवश तो नहीं कर सकते लेकिन स्वयं किसी शिक्षा का अनुपालन और उसके अनुसार अपना आचरण कर ही सकते हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को गांधी-शास्त्री जयंती पर दोनों महापुरुषों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री चौहान ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री जी की तस्वीर पर मुख्यमंत्री निवास में पुष्प अर्पित कर आदरांजलि दी। मुख्यमंत्री ने गांधी भवन में राष्ट्रपिता की प्रतिमा पर पुष्प हार चढ़ाकर नमन् किया। मुख्यमंत्री चौहान ने इस अवसर पर गांधी भवन सभा कक्ष में आयोजित जयंती कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचार आज भी विश्व के लिए न सिर्फ उपयोगी हैं बल्कि उनके विचारों और दर्शन में अनेक समस्याओं का समाधान भी छिपा है।
मुख्यमंत्री चौहान ने इस अवसर पर गांधी भवन की गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम का संचालन महेश सक्सेना ने किया। मुख्यमंत्री ने पुरानी विधानसभा (मिंटो हाल) चौराहे पर स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रदांजलि दी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि शास्त्री जी अल्पकाल के लिए प्रधानमंत्री बने लेकिन उन्होंने राष्ट्र को महत्वपूर्ण सेवाएं दीं। शास्त्री जी का मंत्र 'जय जवान-जय किसान' आज भी प्रासंगिक है। इस दौरान गांधी भवन और शास्त्री तिराहे पर आयोजित कार्यक्रमों में काफी नागरिक भी उपस्थित थे।