By टीम प्रभासाक्षी | Aug 28, 2021
पैरालम्पिक खेलों में अपना शानदार प्रदर्शन करते हुए पैडलर भाविना पटेल ने विश्व की तीसरी नंबर की रेंक पर रहने वाली टेबल टेनिस की खिलाड़ी झांग मियाओ को हराकर महिला एकल वर्ग 4 के स्वर्ण पदक मैच में प्रवेश कर लिया है। इसी के साथ वह पैरालम्पिक खेलों के फाइनल में पहुंचने वाली भारत की पहली बन गयी है। बारह महीने की उम्र में पोलियो की शिकार हुई टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविनाबेन पटेल ने कहा कि मैं खुद को दिव्यांग नहीं मानती। मुझे हमेशा से यकीन था कि मैं कुछ भी कर सकती हूं और मैने साबित कर दिया कि हम किसी से कम नहीं है और पैरा टेबल टेनिस भी दूसरे खेलों से पीछे नहीं है।
पैडलर भाविना पटेल ने टोक्यो पैरालिंपिक में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा और विश्व की तीसरी नंबर की रेंक पर रहने वाली टेबल टेनिस की खिलाड़ी झांग मियाओ को हराकर महिला एकल वर्ग 4 के स्वर्ण पदक मैच में प्रवेश किया। पीसीआई अध्यक्ष ने भावना की सेमीफाइनल जीत के लिए उनका काफी तारीफ की। खेल मंत्री किरेन रीजजू ने भी भावना की तस्वीर पोस्ट करते हुए उन्हें बधाई दी।
Tokyo Paralympics 2020: भारतीय तीरंदाज राकेश कुमार ने प्री-क्वार्टर फ़ाइनल में किया प्रवेश
तोक्यो पैरालिंपिक के चौथे दिन भारतीय खिलाड़ियो का प्रदर्शन बेहतरीन रहा। बता दें कि तीरंदाजी की मेन्स इंडिविजुअल कंपाउंड में राकेश कुमार का अगला मुकाबला स्लोवाकिया के मैरियन मारेक से होगा, जो रैंकिंग राउंड में 14वें स्थान पर रहे थे।
फाइनल में पहुंचने के बाद भाविनाबेन पटेल बोलीं, मैं खुद को दिव्यांग नहीं मानती
पैरालम्पिक खेलों के फाइनल में पहुंचने वाली भारत की पहली टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविनाबेन पटेल ने शनिवार को कहा कि वह खुद को दिव्यांग नहीं मानती और तोक्यो खेलों में उनके प्रदर्शन ने साबित कर दिया कि कुछ भी असंभव नहीं है। बारह महीने की उम्र में पोलियो की शिकार हुई पटेल ने कहा ,‘‘मैं खुद को दिव्यांग नहीं मानती। मुझे हमेशा से यकीन था कि मैं कुछ भी कर सकती हूं और मैने साबित कर दिया कि हम किसी से कम नहीं है और पैरा टेबल टेनिस भी दूसरे खेलों से पीछे नहीं है।’’ उन्होंने कहा ,‘‘मैने चीन के खिलाफ खेला है और यह हमेशा कहा जाता है कि चीन को हराना आसान नहीं होता है। मैने आज साबित कर दिया कि कुछ भी असंभव नहीं है।हम कुछ भी कर सकते हैं।’’
अमेरिकी ओपन में जोकोविच और ओसाका पर होंगी नजरें, सोमवार से शुरू होगा ग्रैंडस्लैम
अपने कैरियर का रिकॉर्ड 21वां ग्रैंडस्लैम और पिछले पांच दशक से अधिक समय में एक कैलेंडर वर्ष में सारे ग्रैंडस्लैम जीतने की दहलीज पर खड़े नोवाक जोकोविच पर अमेरिकी ओपन टेनिस में सभी की नजरें होंगी। जोकोविच ने कहा ,‘‘इसमें कोई शक नहीं कि मेरे लिये यह बहुत बड़ी प्रेरणा है। लेकिन मुझे अहसास है कि मानसिक रूप से संतुलन कैसे बनाना है। मेरे यहां खेलने को लेकर काफी हाइप है चूंकि रफेल नडाल और रोजर फेडरर भी नहीं खेल रहे हैं।’’ जोकोविच के फेडरर और नडाल के समान 20 ग्रैंडस्लैम हैं। दूसरी ओर मानसिक स्वास्थ्य कारणों से फ्रेंच ओपन से बीच में ही हटी नाओमी ओसाका को भी पता है कि सभी की नजरें उन पर होगी।
बंगाल टाइगर्स के कप्तान और आइकन बने दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान फाफ डु प्लेसी
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान फाफ डु प्लेसी को अबुधाबी टी10 क्रिकेट टूर्नामेंट में बंगाल टाइगर्स का कप्तान और आइकन बनाया गया है। डु प्लेसी ने एक विज्ञप्ति में कहा ,‘‘यह रोमांचक प्रारूप है और लीग में दुनिया के बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ खेलने का मुझे इंतजार है।’’