By अनन्या मिश्रा | Nov 04, 2023
हमारे शरीर में कई सारे विषाक्त पदार्थ बनते हैं। जिनका शरीर से बाहर निकलना जरूरी होता है। अगर यह आपके शरीर के अंदर ही रह जाते हैं, तो किडनी, फेफड़ा, लिवर और दिल को नुकसान पहुंचा सकती है। हांलाकि शरीर खुद ही विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल देता है। लेकिन कुछ कमजोर अंग गंदगी की सफाई ढंग से नहीं हो पाती है। शरीर में टॉक्सिन बढ़ने से शारीरिक अंग कमजोर होने लगते हैं। साथ ही समय से पहले ढीली त्वचा, कमजोरी, सफेद बाल और बुढ़ापे के लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
आपको बता दें कि शरीर की सफाई के लिए मुख्य रूप से 5 अंग काम करते हैं। इन पांच अंगों में किडनी, फेफड़े, आंत, लिवर और स्किन है। बता दें कि स्वस्थ रहने के लिए शरीर का डिटॉक्स होना जरूरी है। शरीर को डिटॉक्स करने के लिए आप योगा की मदद ले सकते हैं।
अधोमुख श्वानासन
सूर्य नमस्कार के सात आसनों में अधोमुख श्वानासन है। इस आसन को करने से आपका शरीर आगे की तरफ झुकता है। जिससे शरीर में रक्त संचार बेहतर होने लगता है। इस योग से बॉडी के कई भाग स्ट्रेच होते हैं। इस योग की गिनती स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ में की जाती है।
कैसे करें अधोमुख श्वानासन
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले मैट पर खड़े हो जाएं।
फिर दोनों हाथों को ऊपर की तरफ ले जाएं और बाजुओं को एकदम सीधा कर लें।
अब अपने शरीर को आगे की तरफ झुकाएं, घुटनों को मोड़े और दोनों हाथों को जमीन से लगाएं।
इस दौरान हाथों और पैरों के बीच दूरी होना जरूरी है।
इस आसन को करते समय एड़ियों को उपर उठाने का प्रयास करें।
भारद्वाजासन
भारद्वाजासन को करने से शरीर में लचीलापन बढ़ने लगता है। इस आसन को रोजाना करने से शरीर डिटॉक्स होने के साथ ही फिट भी रहती है। भारद्वाजासन को करने से शरीर की मांसपेशियां खिंचने लगती है, जिससे कई रोगों से शरीर को छुटकारा मिल जाता है।
कैसे करें भारद्वाजासन
भारद्वाजासन को करने से सबसे पहले मैट पर बैठ जाएं। फिर सुखासन मुद्रा में बैठकर आंखें बंद कर लें।
इसके बाद दाहिने हाथ से बाएं घुटने को छुएं और बाएं हाथ से दाहिए घुटने को छूने की कोशिश करें।
इस आसन को शुरूआत में 30 सेकण्ड से एक मिनट तक रहने का प्रयास करें।
एक बार करने के बाद दूसरी बार में बांए हाथ से दांए घुटने का पकड़ें।
इस आसन को करते समय गर्दन को पीछे की ओर मोड़ लें।
नौकासन
शरीर को डिटॉक्स करने के लिए आप अपने डेली रूटीन में नौकासन योग को शामिल करें। इससे मांसपेशियों की ऐंठन और पैरों में होने वाला दर्द कम होता है।
ऐसे करें नौकासन
इस आसन को करने के लिए मैट पर सीधे लेट जाएं।
फिर दोनों बाजुओं को टांगों से सटा लें।
इसके बाद धीरे धीरे ऊपर की तरफ उठें और बाजुओं को सीधा कर लें।
अब अपने दोनों पैरों को ऊपर की तरफ उठाएं। इस दौरान पैर एकदम सीधे होने चाहिए।