By अंकित सिंह | Apr 06, 2022
वैसे तो नवरात्रि का मौका चल रहा है। इसके साथ ही पाक महीना रमजान भी चल रहा है। पर्व-त्यौहार के इस मौके पर मीट को लेकर विवाद छिड़ता दिखाई दे रहा है। पहले मीट का विवाद कर्नाटक में हुआ। उसके बाद यह मामला उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद पहुंचा और अब दक्षिण दिल्ली तक आ चुका है। दरअसल, दक्षिण दिल्ली नगर निगम ने अपने क्षेत्र में मीट की दुकानें नवरात्रि तक बंद करा दी है। इसको लेकर अव विवाद शुरू हो गया है। तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने इसको लेकर एक ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में महुआ मोइत्रा ने साफ तौर पर लिखा, 'मैं दक्षिण दिल्ली में रहती हूं। संविधान मुझे अनुमति देता है कि मैं जब चाहूं मीट खा सकती हूं और दुकानदार अपना व्यापार आजादी से कर सकता है। पूर्ण विराम।'
वहीं पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने भी नवरात्रि के आखिरी 3 दिनों यानी की सप्तमी, अष्टमी और महानवमी को मीट की दुकान को बंद करने का आदेश किया है। पूर्वी दिल्ली में 9, 10 और 11 अप्रैल को मीट की दुकानें बंद रहेंगे। इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। अपने ट्वीट में ओवैसी ने लिखा था कि मोदी बड़े उद्योगपतियों के लिए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और वैचारिक गुर्गों के लिए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस चाहते हैं। आय के नुकसान की भरपाई कौन करेगा? मांस अशुद्ध नहीं है, यह सिर्फ लहसुन या प्याज जैसा भोजन है। सिर्फ 99% नहीं। 100% लोगों के पास मांस नहीं खरीदने का विकल्प है यदि वे नहीं चाहते हैं।