By नीरज कुमार दुबे | Mar 04, 2021
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में अपनी सरकार बचाने की कोशिश कर रही तृणमूल कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की पूरी सूची तैयार कर चुकी है और इसे एक साथ जारी करने जा रही है। यही नहीं अगले सप्ताह तृणमूल कांग्रेस का घोषणापत्र भी आ जायेगा। इसके बारे में विस्तृत चर्चा करेंगे साथ ही आपको बताएंगे कि शुभेंदु अधिकारी के सांसद पिता ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए क्या कहा है। आज की रिपोर्ट में इस पर भी बात करेंगे कि चुनाव प्रचार में उतरते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने क्या कहा है और दिलीप घोष ने क्या नया दावा किया है। फिलहाल रिपोर्ट की शुरुआत करते हैं शिशिर अधिकारी से।
शिशिर अधिकारी ने चुप्पी तोड़ी
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद और भाजपा में शामिल हो चुके शुभेंदु अधिकारी के पिता शिशिर अधिकारी ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि उनकी पार्टी से कोई भी उनके साथ संबंध नहीं रख रहा है, वहीं पश्चिम बंगाल के सत्तारूढ़ दल ने कहा है कि यह स्पष्ट नजर आ रहा है कि अधिकारी की आत्मा कहां है। शिशिर अधिकारी के बेटे शुभेंदु और सौमेंदु हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं। अधिकारी परिवार के मुखिया शिशिर अधिकारी ने यह भी आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस ने ऐसी धमकी दी है कि अगर कोई उनसे या उनके बेटों से संबंध रखेगा तो उसे पार्टी से निकाल दिया जायेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘‘पार्टी से कोई भी मुझसे संपर्क नहीं करता है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि बेटे शुभेंदु पर जो हमले किये गये हैं उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
शिशिर अधिकारी के बयान पर तृणमूल के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा, ‘‘शिशिर दा अनुभवी व्यक्ति हैं। हर कोई समझता है कि उनकी आत्मा कहां है और वह शरीर से कहां हैं। पहले उन्हें इस पर फैसला करने दीजिए।’’ किसी पार्टी का नाम लिए बगैर चटर्जी ने कहा कि अब यह स्पष्ट है कि अधिकारी किस दिशा में जा रहे हैं। शिशिर अधिकारी ने आरोप लगाया कि तृणमूल के पदाधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से उन पर अपमानजनक टिप्पणी की जैसा कभी कांग्रेस या माकपा के नेताओं ने नहीं किया। हम आपको बता दें कि शुभेंदु और सौमेंदु भाजपा में शामिल हुए हैं जबकि उनके एक और सांसद भाई दिव्येंदु और पिता शिशिर अधिकारी पिछले कई महीनों से ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी की बैठकों या कार्यक्रमों में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। शिशिर अधिकारी 2009 से कांठी से तृणमूल के सांसद हैं और वह पिछले कई दशक से राजनीति में हैं। इस बीच शुभेंदु अधिकारी ने एक बार फिर दावा किया है कि वह नंदीग्राम से ममता बनर्जी को जरूर चुनाव हराएंगे भले वह खुद वहां से चुनाव लड़ें या नहीं।
तृणमूल ने काटे कई वर्तमान विधायकों के टिकट
इस बीच तृणमूल कांग्रेस से खबर है कि पार्टी पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की अपनी पूरी सूची शुक्रवार को और चुनावी घोषणापत्र अगले सप्ताह के शुरुआत में जारी कर सकती है। सूत्रों ने कहा कि टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी पिछले चुनावों की तरह उम्मीदवारों की सूची जारी करेंगी। टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘हमने 27 फरवरी को मतदान की तारीखों की घोषणा से पहले ही मसौदा सूची तैयार कर ली थी, हमने शुरू में चरणों में सूची जारी करने का फैसला किया था। हालांकि अब पार्टी प्रमुख द्वारा 294 उम्मीदवारों की पूरी सूची 5 मार्च को घोषित की जाएगी।’’ उन्होंने कहा कि पार्टी द्वारा अपना घोषणापत्र 9 मार्च को जारी किये जाने की उम्मीद है। टीएमसी के सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने उम्मीदवारों की सूची से ऐसे वर्तमान विधायकों के नाम हटाने का फैसला किया है जो 80 वर्ष या उससे अधिक आयु के हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी की योजना युवाओं, महिलाओं और ऐसे नेताओं को उम्मीदवार बनाने की है जिनकी स्वच्छ छवि और उनके क्षेत्रों में स्वीकार्यता है। माना जा रहा है कि उम्मीदवारों के बारे में तृणमूल ने उनके विधानसभा क्षेत्र में व्यापक सर्वे भी कराया था। अब देखना होगा कि जिनके टिकट कटते हैं क्या वह ममता दीदी के साथ ही बने रहेंगे या नया ठिकाना तलाशेंगे।
बंगाल में राजनीतिक एंट्रियां
उधर बंगाल में अभिनेता और अभिनेत्रियों का राजनीति में आने का क्रम जारी है। प्रसिद्ध संथाली अभिनेत्री बीरबहा हंसदा तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गई हैं। इससे कुछ घंटे पहले बंगाली फिल्मों की अदाकारा सायंतिका बनर्जी ने तृणमूल का दामन थामा था। पार्टी महासचिव पार्थ चटर्जी की उपस्थिति में तृणमूल में शामिल होने वाली हंसदा ने झारखंड पार्टी (नरेन) की टिकट पर 2019 लोकसभा चुनाव लड़ा था। बीरबहा हंसदा, झारखंड पार्टी (नरेन) के संस्थापक नरेन हंसदा और चुन्नीबाला हंसदा की बेटी हैं। तृणमूल में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि वह लोगों के बीच जाकर समाज के लिए काम करना चाहती हैं इसलिए उन्होंने पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया। दूसरी ओर जानीमानी बांग्ला फिल्म अभिनेत्री सरबंती चटर्जी भाजपा में शामिल हो चुकी हैं। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने उनका भाजपा में स्वागत किया गया।
गडकरी भी चुनाव प्रचार में कूदे
उधर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी बंगाल चुनावों में भाजपा के प्रचार में जुट गये हैं। उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भाजपा को "बाहर की पार्टी" मानती हैं जबकि भाजपा के पूर्ववर्ती जनसंघ के संस्थापक राज्य के सपूत श्यामा प्रसाद मुखर्जी हैं। पार्टी की परिवर्तन यात्रा के दौरान पुरुलिया जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि देश का निष्कर्ष विविधता में एकता है। उन्होंने कहा, ''हम देश को एक साथ बुनना चाहते हैं न कि इसे बांटना चाहते हैं। भारत का विकास और उन्नति ही भाजपा का लक्ष्य है।" उन्होंने दावा किया, ''दो मई (मतगणना का दिन) को भाजपा को बहुमत मिलेगा और सरकार बदलेगी। भाजपा के नेता अगले दिन का फैसला करेंगे और चार मई को भाजपा का मुख्यमंत्री शपथ लेगा।" यहां बाइट लगेगी।
भाजपा उम्मीदवारों के नामों पर मंथन
इस बीच भाजपा ने भी उम्मीदवारों के नामों पर मंथन शुरू कर दिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर एक लंबी बैठक की। उधर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने एक बार फिर दावा किया है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में भाजपा 200 से ज्यादा सीटें जीतने जा रही है।
-नीरज कुमार दुबे