By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 02, 2020
नई दिल्ली। देश के पहले इंटीग्रेटेड इंक्यूबेटर वेंचर कैटलिस्ट्स ने अब तक शुरुआती स्टार्टअप, जिनमें लंबी अवधि में बेहतर करने की क्षमता है, उनमें 2.5 से 15 लाख डॉलर का निवेश कर चुका है।भारत जैसे युवा देश में रोजगार पैदा करने की आवश्यकता है। और यह आंतरिक क्षेत्रों से होना चाहिए। इंडिया और भारत के बीच के गैप कम करने के उद्देश्य के साथ वेंचर कैटलिस्ट्स टियर-2 और टियर-3 शहरों के आंत्रप्रेन्योर पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। वेंचर कैटलिस्ट्स द्वारा फंड किए गए स्टार्टअप सीधे तौर पर 2165 लोगों को रोजगार दे चुके हैं। इनमें से 15 फीसदी की यह पहली जॉब है। रोजगार हासिल करने वाले 60 फीसदी लोग टियर-2 और टियर-3 शहरों से हैं।
इसे भी पढ़ें: मोदी सरकार की नई पहल,अब गैस मीटर बनाने का कारखाना लगाएगी इंद्रप्रस्थ गैस
फंड ने अब तक 11 कंपनियों में निवेश किया है, जिससे 31,600 छोटे आंत्रप्रेन्योर के सपनों को पंख मिले हैं। इसमें से कुछ नाम क्लीनसेकार.कॉम, क्लियरदेखो, सुपर, रेयर प्लैनेट, फैशर, और प्लेटूम आदि शामिल हैं। वेंचर कैपिटल लघु एवं मध्यम उद्योगों(एसएमई) की ओर रुख कर रहे हैं, जो भारत के इंडस्ट्रियल आउटपुट का 45 फीसदी है और कुल निर्यात में 40 फीसदी हिस्सेदारी रखता है।
हालांकि इसके बावजूद ये हमेशा पेमेंट मैनेज करने और जरूरी पूंजी के लिए संघर्ष करते रहते हैं। इसलिए एसएमई की ग्रोथ के लिए प्रभावी पेमेंट सिस्टम की आवश्यकता है और वेंचर कैटलिस्ट्स द्वारा ऐसी 14 कंपनियों में निवेश किया गया है, जो यही कार्य करती हैं। भारतपे, नुपे, ब्लोहॉर्न, काउटलूट, एड्यूरकप और जम्प स्टार्ट कुछ ऐसे नाम हैं, जो 20 लाख एसएमई को सुविधा दे रहे हैं और सप्लाई चेन व रेवेन्यू लीकेज में मदद कर रहे हैं।
इसे भी पढ़ें: कोरोना वायरस के नये मामलों से शेयर बाजारों में गिरावट, सेंसेक्स 153 अंक टूटा
करीब 7 फिनटेक कंपनियां जैसे लेनदेनक्लब, होम कैपिटल, आडियल इंश्योरेंस, लिक्विलोंस और ओटोओ कैपिटल को वेंचर कैटलिस्ट्स द्वारा फाइनेंस किया गया है और ये करीब 1.9 करोड़ डॉलर के 2 करोड़ ट्रांजेक्शन माइक्रोलोंन और इंश्योरेंस के क्षेत्र में करती हैं।