छिहत्तरवें कान फिल्म महोत्सव में बुधवार को कुछ ही घंटों के अंतराल पर तीन फिल्मों का प्रदर्शन किया गया और यह भारत के लिए अप्रत्याशित दिन रहा। इस दिन का समापन अनुराग कश्यप की बहुचर्चित फिल्म ‘कैनेडी’ के प्रदर्शन के साथ हुआ। इस थ्रिलर फिल्म की स्क्रीनिंग आधीरात के थोड़ी देर बात शुरू हुई। ‘मिडनाइट स्क्रीनिंग श्रेणी’ के तहत फिल्म खचाखच भरे थियेटर ग्रैंड लुमियरे में दिखायी गयी। उस समय निर्देशक अनुराग कश्यप के साथ सनी लियोनी और राहुल भट्ट भी मौजूद थे, जिन्होंने इस फिल्म में अहम भूमिका निभायी है। दर्शकों में फिल्मकार सुधीर मिश्रा भी थे। पिछली बार बिल्कुल दस साल पहले कोई भारतीय फिल्म कान में ‘मिडनाइट स्क्रीनिंग श्रेणी’ में दिखायी गयी थी।
यह फिल्म ‘मॉनसून शूटआउट’ थी, जिसका सह निर्माण अनुराग कश्यप ने किया था। ‘कैनेडी’ फिल्म 142 मिनट की है, जिसकी स्क्रीनिंग तड़के ढाई बजे समाप्त हुई। फिल्म दिखाए जाने के बाद उसकी काफी प्रशंसा की गयी। भारत के लिए यह विशिष्ट दिन था। कानू बहल की ‘आगरा’ शाम को थियेटर क्रोइसेट में ‘डायरेक्टर्स फोर्टनाइट’ श्रेणी में दिखायी गयी। इस फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान भी थियेटर पूरी भरी थी। बुधवार दोपहर को मराठी की लघु फिल्म ‘नेहमिच’ फिल्म ‘पैलेस डेस फेस्टिवल’ में बुनेल थियेटर में दिखायी गयी। इस फिल्म का निर्देशन कोलकाता के एफटीआईआई के पूर्व छात्र युद्धजीत बसु ने किया है।