By अनुराग गुप्ता | Aug 14, 2020
नयी दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्र के नाम संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने इशारों ही इशारों में चीन को सख्त संदेश दे दिया। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी अशांति उत्पन्न करने का प्रयास करेगा तो उसे माकूल जवाब दिया जाएगा।
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि आज जब विश्व समुदाय के समक्ष आई सबसे बड़ी चुनौती से एकजुट होकर संघर्ष करने की आवश्यकता है, तब हमारे पड़ोसी ने अपनी विस्तारवादी गतिविधियों को चालाकी से अंजाम देने का दुस्साहस किया। इस दौरान उन्होंने गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि भी दी।
उन्होंने कहा कि सीमाओं की रक्षा करते हुए हमारे बहादुर जवानों ने अपने प्राण तक न्योछावर कर दिए। भारत माता के वे सपूत, राष्ट्र गौरव के लिए ही जिए और उसी के लिए मर मिटे। पूरा देश गलवान घाटी के बलिदानियों को नमन करता है। हर भारतवासी के हृदय में उनके परिवार के सदस्यों के प्रति कृतज्ञता का भाव है।
राष्ट्रपति ने कहा कि उनके शौर्य ने यह दिखा दिया है कि यद्यपि हमारी आस्था शांति में है, फिर भी यदि कोई अशांति उत्पन्न करने की कोशिश करेगा तो उसे माकूल जवाब दिया जाएगा। हमें अपने सशस्त्र बलों, पुलिस तथा अर्धसैनिक बलों पर गर्व है जो सीमाओं की रक्षा करते हैं, और हमारी आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।