By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 18, 2019
रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में छोटा नागपुर टेनेंसी एक्ट (सीएनटी) एवं संथाल परगना टेनेंसी एक्ट (एसपीटी) का उल्लंघन कर आदिवासियों की भूमि हथियाने वाले लोग ही सबसे ज्यादा आदिवासियों की भूमि सरकार द्वारा हथियाये जाने का शोर मचा रहे हैं। विधानसभा में दास ने राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए यह बात कही।
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उन्होंने राज्य में आदिवासियों की भूमि गैर आदिवासियों द्वारा कब्जा किये जाने और सरकार द्वारा भी विभिन्न योजनाओं के लिए उनकी भूमि लिये जाने के मुख्य विपक्षी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता स्टीफन मरांडी के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा, ‘सीएनटी, एसपीटी अधिनियमों का उल्लंघन कर आदिवासी जनता की जमीन हथियाने वाले नेता तथा अन्य लोग ही सबसे ज्यादा चिल्ला रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आदिवासी गांवों में चौपाल लगा कर जनता से सीधे बात कर रही है। उनकी सरकार के कार्यकाल में किसी भी गांव या चौपाल से आदिवासी जमीन कब्जा किये जाने या सरकारी योजना में अवैध ढंग से लिये जाने की बात सामने नहीं आयी है। उन्होंने मुख्य विपक्षी झामुमो की ओर इशारा करते हुए कहा कि जनता को भड़़काने वालों और देश तोड़ने वालों को उनकी सरकार नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि अब राज्य की आदिवासी जनता सजग हो रही है, उन्हें बरगला कर न कोई उनकी जमीन ले सकता है न ही दशकों से उनके नाम पर राजनीति करने वाले अब उन्हें बरगला कर उनका वोट हासिल कर सकते हैं।
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दास ने कहा कि उनकी सरकार हर मुद्दे पर सदन में विपक्ष से खुलकर चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष ही विधानसभा में पिछले लगभग दो वर्ष से किसी भी प्रकार की चर्चा के लिए तैयार नहीं था।