By अभिनय आकाश | Jan 25, 2022
केंद्र सरकार द्वारा किसानों, मजदूरों, असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों और गरीबों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए कई योजनाएं चलाई जाती हैं। प्रधानमंत्री श्रम योगी मानदेय पेंशन योजना (पीएम-एसवाईएम) इन्हीं योजनाओं में से एक है। योजना के तहत लगभग 46 लाख असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों ने पंजीकरण कराया है। इस संबंध में श्रम मंत्रालय की ओर से एक बयान जारी किया गया है।
अब तक 46 लाख लोग कर चुके हैं अप्लाई
सरकार ने मासिक पेंशन के रूप में वृद्धावस्था में सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से 2019 में प्रधान मंत्री श्रम योगी मानधन योजना शुरू की। इस योजना के तहत, असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को 60 वर्ष की आयु के बाद 3,000 रुपये की न्यूनतम सुनिश्चित मासिक पेंशन प्रदान की जाएगी। श्रम मंत्रालय के अनुसार, 25 नवंबर, 2021 तक कुल 45,77,295 असंगठित श्रमिकों ने योजना के तहत पंजीकरण कराया है।
अपने बुढ़ापे को सुरक्षित कर सकते हैं
60 साल की उम्र से आपको पेंशन का लाभ मिलना शुरू हो जाता है। इस योजना के तहत आप अपने बुढ़ापे को सुरक्षित कर सकते हैं। PMSYM के तहत व्यक्ति अपनी उम्र के अनुसार निवेश कर सकते हैं। अगर वह 18 साल का है, तो उसे रुपये का निवेश करना होगा। 55 प्रति माह। 19 साल की उम्र के लोगों को हर महीने 100 रुपये और 40 साल के लोगों को 200 रुपये महीने का निवेश करना होगा। सरकार ने यह भी प्रावधान किया है कि यदि पेंशन सेवा शुरू होने से पहले लाभार्थी की मृत्यु हो जाती है, तो उसके पति/पत्नी को पेंशन राशि का 50 प्रतिशत मिलेगा। यह योजना उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं जैसे मजदूर, ड्राइवर, हाउस हेल्प, मोची, दर्जी, रिक्शा चालक आदि। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, आज देश के असंगठित क्षेत्र में लगभग 420 मिलियन लोग काम करते हैं।