Cold Or Flu: सर्दी-जुकाम और फ्लू की समस्या होने पर ऐसे करें बच्चों का इलाज, जानिए क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्ट्स

By अनन्या मिश्रा | Feb 08, 2024

सर्दियों के मौसम में बच्चों को आसानी सर्दी और फ्लू की समस्या हो जाती है। कई बार इस मौसम में यह समस्या इतनी अधिक बढ़ जाती है कि जुकाम कम होने का नाम नहीं लेते हैं। इससे शरीर भी काफी कमजोर हो जाता है। बच्चों की इम्यूनिटी बड़ों से कम स्ट्रांग होती है। ऐसे में सर्दी बच्चों को ज्यादा परेशान कर सकती है। वहीं फ्लू होने से बच्चों को खांसी के साथ बलगम की समस्या हो सकती है। अक्सर माता-पिता बच्चों की इस समस्या को दूर करने के लिए कई तरह की दवाइयां देते हैं। 


हांलाकि इन दवाओं के सेवन से बच्चों को जल्दी आराम नहीं मिलता है। ऐसे में अगर आपके बच्चे को फ्लू या सर्दी-जुकाम की समस्या है, तो आप नीचे बताए गए कुछ टिप्स फॉलो कर सकते हैं। इससे बच्चों की सर्दी और फ्लू जैसे लक्षणों को कम किया जा सकता है। 

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शहद

सर्दियों के मौसम में बच्चों को कई बार खांसी-जुकाम की समस्या हो जाती है। ऐसे बच्चा पूरा दिन परेशान रहता है। कई बार रात में सोने के समय खांसी आनी शुरू हो जाती है। बच्चों को खांसी से राहत देने के लिए रात को 1 चम्मच शहद देना चाहिए। शहद बच्चे के शरीर को अंदरूनी तौर पर गर्म रखता था।


नमक के पानी से गरारे

बच्चों को सर्दी और फ्लू होने पर नमक के पानी के गरारे कराने चाहिए। इससे उनके गले की खराश दूर होगी और एंटी-बैक्टीरियल होने की वजह नमक के पानी से गले की खिचखिच शांत होगी।


हाइड्रेट रखें

सर्दी-जुकाम और फ्लों होने के बाद भी समय-समय पर बच्चे को पानी पीने के लिए देते रहें। क्योंकि पानी की कमी से न सिर्फ बच्चे का शरीर डिहाइड्रेट होता है बल्कि उनका शरीर भी गर्म हो सकता है। बच्चों को हाइड्रेट रखने के लिए पानी के सूप और हर्बल चाय भी दे सकते हैं।


पेट्रोलियम जेली

बता दें कि अधिक जुकाम होने पर बच्चों के नाक के आसपास की त्वचा ड्राई हो सकती हैं और कई बार यह दर्द होने लगती हैं। इसलिए त्वचा की ड्राईनेस को कम करने के लिए बच्चों के नाक के आसपास की त्वचा पर पेट्रोलियम जेली अवश्य लगाएं। इससे बच्चे की स्किन मॉइस्चराइज रहती हैं। 


सॉफ्ट फूड्स का सेवन

अक्सर जब बच्चों को ठंड या फ्लू होता है तो इसका असर उनकी भूख पर देखा जाता है। ऐसे में उनको हल्का और आसानी से बचने वाला खाना देना चाहिए। आप बच्चों को ओट्स, दलिया या फिर खिचड़ी आदि खाने के लिए दे सकते हैं। इस दौरान बच्चों को भूलकर भी कठोर खाद्य पदार्थ नहीं देना चाहिए।

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