वही श्मशान घाट के कर्मचारियों के द्वारा इस परिवार से उनकी श्मशान घाट की रसीद मांगी गई जब यह रसीद उन्हें दिखाई गई तो श्मशान घाट के कर्मचारियों ने अपनी गलती को मान लिया। अंतिम संस्कार के अवशेष को जो परिवार लेकर गया था उस परिवार को फोन लगाकर संपर्क किया गया तो उस परिवार के द्वारा बताया गया कि हमारे द्वारा रात को ठंडा करने का काम किया जा चुका है। इस मामले को लेकर श्मशान घाट पर जोरदार हंगामा मच गया परिजन अपना गुस्सा बता रहे थे, उनका कहना था कि अस्थि और राख के साथ परिवार की भावनाएं जुड़ी हुई रहती हैं, ऐसे में यह सामान किसी और परिवार को दे देने से परिजनों की भावनाएं आहत होती हैं।