By रेनू तिवारी | Oct 01, 2024
कहते हैं कि आज जो चमक रहा है वो पहले बहुत जला है इस लिए आज चमक रहा हैं। ऐसा ही हाल बॉलीवुड में कई सितारे का है और वह जलने के बाद चमके भी। कुछ लेकिन ऐसे भी है जिसका जलना नहीं फला और वह तमाम कोशिश के बाद भी उनको वो पहचान नहीं मिल पाई जिसके वह हकदार थे। ऐसे ही एक एक्टर की कहानी आपको आज बताने जा रहे हैं। एक समय था जब बॉलीवुड के सुपरमॉडल बॉलीवुड में एंट्री कर रहे थे और अपनी आकर्षक आभा से लाखों दिलों को जीत रहे थे। इनमें एक एक्टर ऐसा भी है जिसे मेगा लॉन्च तो मिला ऐश्वर्या राय और सुष्मिता सेन के साथ लेकिन उन्हें उतनी सफलता नहीं मिली।
हम बात कर रहे हैं अर्जुन रामपाल की। सुपरमॉडल अर्जुन रामपाल ने प्यार इश्क और मोहब्बत से बॉलीवुड में एंट्री की। लेकिन, उनकी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पाई और फ्लॉप हो गई। अपने शुरुआती करियर में अर्जुन मोक्ष और दीवानापन में नजर आए थे। दोनों ही फिल्में फ्लॉप रहीं और फ्लॉप हो गईं। 2002 में अर्जुन अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, परेश रावल और सुष्मिता सेन के साथ आंखें में नजर आए। उन्होंने लंबे समय के बाद सफलता का स्वाद चखा। अर्जुन का संघर्ष दिल है तुम्हारा, दिल का रिश्ता, तहजीब, असंभव, वादा, एलान, यकीन, एक अजनबी, हमको तुमसे प्यार है, डरना जरूरी है जैसी फिल्मों के साथ जारी रहा।
पॉप डायरीज को दिए एक इंटरव्यू में अर्जुन ने खुलासा किया कि मोक्ष करने के बाद उनके पास काम नहीं था और वे किराया देने में असमर्थ थे। उस समय वे सेवन बंगलो (अंधेरी, मुंबई में) में रह रहे थे। अर्जुन ने कहा कि उनके पास एक शानदार मकान मालिक सरदारजी थे और वे हर महीने की पहली तारीख को आते थे और उन्हें देखने के लिए कहते थे और कहते थे, 'नहीं है'? अर्जुन अपना सिर हिलाते थे और मकान मालिक कहते थे, 'कोई नहीं, तू दे देगा'।
2006 में अर्जुन शाहरुख खान की डॉन में नजर आए। इस फिल्म ने उनके करियर को फिर से जिंदा कर दिया। वे दो साल बाद रॉक ऑन में नजर आए और उनके अभिनय ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार दिलाया। अर्जुन को आखिरी बार विद्युत जामवाल की फिल्म क्रैक: जीतेगा तोह जाएगा में देखा गया था।