यूं ही ना लें एंटीडिप्रेसेंट, सेहत को हो सकता है नुकसान

By मिताली जैन | Jul 13, 2021

आज के समय में अधिकतर लोग अत्यधिक तनाव या अवसाद से जूझ रहे हैं और ऐसे में अवसाद के इलाज के लिए एंटीडिप्रेसेंट एक महत्वपूर्ण तरीका है। अवसाद से पीडि़त अधिकांश वयस्क एंटीडिप्रेसेंट दवाएं लेने से बेहतर हो जाते हैं। हालांकि, अवसाद एक गंभीर, जटिल मस्तिष्क विकार है। अवसाद मस्तिष्क के कुछ हिस्सों में तंत्रिका कोशिकाओं के काम करने की क्षमता को बदल देता है। इस स्थिति में एंटीडिप्रेसेंट उन मस्तिष्क कोशिकाओं में से कुछ को बेहतर काम करने में मदद करते हैं। पर आपको यह भी समझना होगा कि एंटीडिप्रेसेंट बेहद स्टॉन्ग मेडिसिन हैं। वे लोगों को मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक रूप से प्रभावित करते हैं। इसलिए, इन दवाओं का सेवन बेहद ही सोच−संभलकर किया जाना चाहिए। तो चलिए जानते हैं कि एंटीडिप्रेसेंट दवाएं लेते समय किन बातों का रखें ध्यान−

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सही तरह से करें सेवन

कुछ लोग एंटीडिप्रेसेंट दवा का सेवन करते हैं और फर्क महसूस ना होने पर उसे बदल लेते हैं। हालांकि, आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। याद रखें कि आपको बेहतर महसूस करने में अक्सर 8 सप्ताह लगते हैं। साथ ही आपको एंटीडिप्रेसेंट दवा के साथ किसी अन्य दवा का सेवन करने की आवश्यकता हो सकती है। इसलिए, इन दवाओं का सही तरह से सेवन किया जाना बेहद आवश्यक है।


शराब से बनाएं थोड़ी दूरी

अगर आप एंटीडिप्रेसेंट दवाएं ले रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि उस दौरान शराब का सेवन बिल्कुल भी ना करें, अन्यथा आपको कई तरह के हेल्थ इश्यूज का सामना करना पड़ सकता है।


अन्य दवाओं पर करें फोकस

हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि कई बार हम पहले से ही कुछ दवाओं का सेवन कर रहे होते हैं और फिर हम एंटीडिप्रेसेंट दवाएं लेना शुरू कर देते हैं। लेकिन कई अन्य दवाओं पर एंटीडिप्रेसेंट का प्रभाव हो सकता है। और कई दवाएं एंटीडिपेंटेंट्स को प्रभावित कर सकती हैं। जब आप एक एंटीडिप्रेसेंट ले रहे हों, तो अपने डॉक्टर को उन दवाओं के बारे में अवश्य बताएं जो आप लेते हैं। इससे आपकी एंटीडिप्रेसेंट दवा से विपरीत प्रभाव होने की संभावना काफी कम हो जाती है। 

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निर्देशों को ना करें नजरअंदाज

एंटीडिप्रेसेंट दवाओं के विपरीत प्रभाव कम से कम हो, इसके लिए निर्देशों का सही तरह से पालन करना बेहद आवश्यक है। इसका मतलब दिन के एक निश्चित समय पर ही इसे लें। आप डॉक्टर की सलाह से ही इसे शुरू करें और उनसे बात किए बिना कभी भी दवा लेना बंद नहीं करना चाहिए। यदि आप रुक जाते हैं, तो आपका अवसाद वापस आ सकता है। 


चेतावनी का सावधानी से पालन करें

हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, कुछ एंटीडिप्रेसेंट उनींदापन का कारण बनते हैं। यह खतरनाक ड्राइविंग जैसी कुछ गतिविधियों को बना सकता है। इसलिए, जब आप इस तरह की दवाएं ले रहे हैं तो इसके साथ दी गई चेतावनियों पर पूरा ध्यान दें और उसी के अनुसार अपनी दिनचर्या रखें।


मिताली जैन

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