By डा. अनीष व्यास | Dec 03, 2022
साल 2022 का आखिरी माह दिसंबर शुरु हो गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दिसंबर माह में 3 ग्रहों का राशि परिवर्तन हो रहा है। दिसंबर माह में सूर्य, बुध और शुक्र ग्रह राशि परिवर्तन कर रहे हैं। ऐसे में हर राशि के जातकों के जीवन पर इन ग्रहों का शुभ या अशुभ असर पड़ेगा। ऐसे में ज्योतिषीय दृष्टि से ये मास काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर-जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि सबसे पहले बुध ग्रह 3 दिसंबर को धनु राशि में प्रवेश करेंगे, इसके बाद 5 दिसंबर को शुक्र भी धनु राशि में आ जाएंगे। इसके बाद ग्रहों के राजा सूर्य भी 16 दिसंबर को धनु राशि में संचरण कर जाएंगे।
सूर्य का गोचर
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि 16 दिसंबर 2022 को सुबह 10:11 मिनट में वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करेंगे। इस राशि में 14 जनवरी 2023 तक रहेंगे। इसके बाद मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
बुध का गोचर
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि दिसंबर माह में बुध का राशि परिवर्तन तीन बार हो रहा है। पहला 3 दिसंबर 2022 को सुबह 6:56 मिनट पर धनु राशि में कर रहे हैं। इसके बाद 28 दिसंबर 2022, बुधवार को सुबह 6 बजे मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इसके साथ ही 30 दिसंबर, शुक्रवार को रात 11:11 मिनट पर धनु राशि में प्रवेश कर रहे हैं।
शुक्र का गोचर
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि दिसंबर माह में शुक्र दो बार राशि परिवर्तन करने वाले हैं। पहला 5 दिसंबर 2022 को शाम 6:07 मिनट में धनु राशि में गोचर कर रहे हैं। वही दूसरी बार 29 दिसंबर 2022, गुरुवार को शाम 4:13 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
शुभ प्रभाव- मिथुन, वृश्चिक, मकर और मीन
अशुभ प्रभाव- वृष, सिंह, तुला और कुंभ
मिलाजुला प्रभाव- मेष कर्क, कन्या और धनु
ग्रहों के गोचर का प्रभाव
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि बीमारियों के इलाज में भी नए-नए आविष्कार होंगे। नई-नई दवाइयां और तकनीक विकसित होगी। शुक्र बुध और सूर्य के राशि परिवर्तन से व्यापार में तेजी आएगी। बीमारियों में कमी आएगी। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। आय में इजाफा होगा। प्राकृतिक आपदा के साथ अग्नि कांड भूकंप गैस दुर्घटना वायुयान दुर्घटना होने की संभावना। पूरे विश्व में राजनीतिक अस्थिरता यानि राजनीतिक माहौल उच्च होगा। राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप ज्यादा होंगे। सत्ता संगठन में बदलाव होंगे। पूरे विश्व में सीमा पर तनाव शुरू हो जायेगा। देश में आंदोलन, हिंसा, धरना प्रदर्शन हड़ताल, बैंक घोटाला, वायुयान दुर्घटना, विमान में खराबी, उपद्रव और आगजनी की स्थितियां बन सकती है।
करें पूजा-पाठ और दान
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि ग्रहों के अशुभ असर से बचने के लिए हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए। हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें। भगवान शिव और माता दुर्गा की आराधना करनी चाहिए। महामृत्युंजय मंत्र और दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए।
- डा. अनीष व्यास
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक